रांची: शिक्षक बनने की इच्छा रखनेवाले अभ्यार्थियों के लिए खुशखबरी है. प्लस टू हाईस्कूलों में झारखंड कर्मचारी आयोग द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. राज्य में 280 प्लस टू स्कूलों में 3080 पीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति होनी है. इन पदों की नियुक्ति के लिए स्कूली शिक्षा सह साक्षरता विभाग के अधियाचना के आलोक में जेएसएससी द्वारा आवेदन आमंत्रित किये गये हैं.
इन पदों के लिए अभ्यार्थी 1 दिसंबर से लेकर 30 दिसंबर तक आयोग की वेबसाइट www.jssc.in या www.jssc.nic.in पर निर्धारित तिथि तक फॉर्म जमा कर सकते हैं. शुल्क का प्रमाण, हस्ताक्षर और फोटो, 4 से 8 जनवरी तक आयोग की वेबसाइट पर अपलोड किया जा सकता है.
नियुक्ति के लिए सभी कैटेगरी के लिए उम्रसीमा निर्धारित की दी गयी है. रिक्त कुल पदों में 50 फीसदी यानी 1540 पद सीधी नियुक्ति के माध्यम से भरे जायेंगे, बाकी शेष 50 प्रतिशत पद हाईस्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के लिए आरक्षित हैं. इनके लिए अर्हता स्कूलों में कम से कम तीन साल की अध्यापन की होगी.
सभी विषयों में 280 पदों पर भर्ती होगी:
हिंदी: 280 (रिक्त पद)
अंग्रेजी: 280 (रिक्त पद)
गणित: 280 (रिक्त पद)
संस्कृत: 280 (रिक्त पद)
भौतिकी: 280 (रिक्त पद)
रसायन: 280 (रिक्त पद)
जीव विज्ञान: 280 (रिक्त पद)
भूगोल: 280 (रिक्त पद)
अर्थशास्त्र: 280 (रिक्त पद)
इतिहास: 280 (रिक्त पद)
अकाउंट: 280 (रिक्त पद)
पीजी में 50 प्रतिशत अंक जरूरी
पीजीटी शिक्षक नियुक्ति में अप्लाई करने के लिए संबंधित विषय में 50 प्रतिशत अंक के साथ स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रेजुएट) में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है. वहीं अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के अभ्याथियों के लिए पीजी में 45 फीसदी अंक होना अनिवार्य होगा. अभ्यार्थियों ने जिस विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है वो मान्यता प्राप्त होना चाहिए. साथ ही नियुक्ति के लिए आवेदन देनेवाने अभ्यार्थियों के पास बीएड की अर्हता होना अनिवार्य होगा.
400 अंकों की होगी नियुक्ति परीक्षा
पीजीटी नियुक्ति परीक्षा 400 अंकों की आयोजित की जायेगी. प्रथम पत्र 100 और दूसरा पत्र 300 अंकों की होगी. प्रथम पत्र में 33% अंक पानेवाले अभ्यार्थी के ही दूसरे पत्र का मूल्याकंन किया जायेगा. दूसरे पत्र का न्यूनतम मेधा अंक 50% अनिवार्य है. वहीं अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कैटेगरी के अभ्याथियों के लिए न्यूनतम अंक 45 फीसदी होगा. परीक्षा में ग्रेजुएशन लेवल के सवाल पूछे जायेंगे.