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घोषणा: रांची में गेस्ट हाउस बनेगा,मासिक पेंशन भी दी जायेगी, टाना भगतों को पक्का मकान एक रुपये ही जमीन का लगान

रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि टाना भगतों से जमीन के लगान के लिए एक रुपये की टोकन राशि ली जायेगी. लगान की बकाया राशि 61,63,209 रुपये माफ की जा रही है. सरकार बेघर टाना भगतों को पक्का मकान बना कर देगी. जिन टाना भगतों के पास कच्चे मकान हैं, उन्हें भी […]

रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि टाना भगतों से जमीन के लगान के लिए एक रुपये की टोकन राशि ली जायेगी. लगान की बकाया राशि 61,63,209 रुपये माफ की जा रही है. सरकार बेघर टाना भगतों को पक्का मकान बना कर देगी. जिन टाना भगतों के पास कच्चे मकान हैं, उन्हें भी पक्का आवास बना कर दिया जायेगा. टाना भगतों के जिला अध्यक्ष इसके लिए सूची बनायेंगे.

मुख्यमंत्री मंगलवार को आठ जिलों से आये टाना भगतों से उनकी समस्याओं को लेकर बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा : टाना भगत विकास प्राधिकार के लिए पांच टाना भगत को नामित किया गया है. 30 अगस्त को बेड़ो में होनेवाले टाना भगत समुदाय के मुक्ति दिवस समारोह को राजकीय महासम्मेलन घोषित किया गया है. रांची में टाना भगतों के लिए एक गेस्ट हाउस बनाया जायेगा.

किसी ने नहीं ली सुध
मुख्यमंत्री ने कहा : टाना भगतों ने देश की आजादी में अहम योगदान दिया है. उनके वंशज आज भी महात्मा गांधी के बताये रास्ते पर चल रहे हैं. आजादी के 67 साल के बाद भी टाना भगतों की सुध किसी ने नहीं ली. हमारी सरकार ने टाना भगतों के लिए अलग से विकास प्राधिकार का गठन किया है. यह टाना भगतों के विकास के लिए काम करेगा. उन्होंने कहा : टाना भक्तों को मासिक पेंशन भी दी जायेगी. राशि का निर्धारण टाना भगत विकास प्राधिकार करेगा.
महिलाओं को बनाया जायेगा आत्मनिर्भर
मुख्यमंत्री ने कहा : टाना भगत के परिवार की महिलाओं को 90 प्रतिशत अनुदान पर चार-चार गायें दी जायेंगी. इनसे उत्पादित दूध को राज्य सरकार खरीदेगी. 10वीं पास बच्चों का रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय में नामांकन कराया जायेगा. एक साल के बाद इन्हें पुलिस में सीधी नियुक्ति मिल जायेगी. अशिक्षित और आठवीं व नौवीं पास बच्चों को स्किल्ड कर रोजगार से जोड़ा जायेगा. इसके लिए टाना भगतों के लिए अलग सेंटर बनाया जायेगा. महिलाओं को कंबल, चादर, ड्रेस आदि बनाने, मधुमक्खी पालने आदि का प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया जायेगा. अनुदान पर कृषि उपकरण उपलब्ध कराये जायेंगे. जो बच्चा उच्च शिक्षा पाना चाहते हैं, मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के तहत उसकी शिक्षा का खर्च सरकार वहन करेगी.
बच्चों के लिए रांची में हॉस्टल
मुख्यमंत्री ने कहा : टाना भगत के बच्चों के लिए रांची में अलग से हॉस्टल बनाया जायेगा. नौवीं व 10वीं के बच्चों को कोचिंग दी जायेगी. सभी जिला अध्यक्ष इसके लिए सूची तैयार कर प्राधिकार में लायें. प्राधिकार की अगली बैठक दिसंबर में होगी. इसमें टाना भगतों का प्रतिनिधित्व गंगा टाना भगत, रामधन टाना भगत, रामचंद्र टाना भगत, सरिता टाना भगत व बहादुर टाना भगत करेंगे. उन्होंने कहा : रांची में बननेवाले गेस्ट हाउस के संचालन की जिम्मेवारी भी टाना भगतों पर ही होगी. जो सूची टाना भगत देंगे, उसी के अनुसार उनके गांव में कुआं, तालाब आदि बनाये जायेंगे. सरकार राशि देगी. सरकार टाना भगतों की भलाई और उनकी मांगों के लिए कानून के दायरे में रहते हुए हर संभव सहायता करेगी.
आठ जिलों से आये थे प्रतिनिधि
बैठक में रांची, गुमला, लोहरदगा, लातेहार, पलामू, सिमडेगा, चतरा और खूंटी से टाना भगतों के प्रतिनिधि पहुंचे थे. सभी ने राज्य सरकार की प्राधिकार गठन की पहल की सराहना की और अपनी मांगे रखीं. बैठक में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त अमित खरे, कल्याण सचिव हिमानी पांडेय, राजस्व व भूमि सुधार सचिव केके सोन समेत विभागों के वरीय अधिकारी उपस्थित थे.

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