रांचीः राज्य में लोकसभा चुनाव के दो चरणों (10 लोकसभा क्षेत्रों) का चुनाव संपन्न हो गया. इनमें से अधिकांश इलाके नक्सल प्रभावित थे. चुनाव में बड़े पैमाने पर नक्सली हिंसा की आशंका थी, लेकिन यह निमरूल साबित हुई. छिटपुट घटनाओं के अलावा कोई बड़ी घटना को अंजाम देने में नक्सली असफल रहे. पुलिस विभाग और सीआरपीएफ के अधिकारियों ने गत एक माह से अथक परिश्रम किया था, उसी का यह परिणाम रहा. ¨हसामुक्त चुनाव के लिए पुलिस अधिकारियों ने तीन स्तरीय सुरक्षा की रणनीति तैयार की थी.
नक्सलियों के खिलाफ चुनाव पूर्व अभियान, चुनाव के दौरान नक्सलियों के खिलाफ अभियान और मतदानकर्मियों को सुरक्षित ले जाने और लाने की रणनीति बनायी गयी थी. सही तरीके से इन योजनाओं पर अमल किया गया. हालांकि अभी तीसरे चरण में चार लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव होना बाकी है. पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में नक्सलियों ने दुमका में हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया था. पुलिस अधिकारियों को उम्मीद है कि उनके जवान दुमका में भी सफल होंगे. वहां भी नक्सली कुछ नहीं कर पायेंगे.