उल्लेखनीय है कि सूबेदार मेजर पुष्पेंद्र सिंह चौहान के लापता होने को लेकर 10 अक्तूबर को खेलगांव में सनहा दर्ज किया गया था. तब यह बात सामने सामने आयी थी कि वह पूर्व में नासिक में पदस्थापित थे. उन्होंने 11 सितंबर को दीपाटोली में योगदान दिया था. यह भी बात सामने आयी कि पुष्पेंद्र आठ अक्तूबर को दिन के करीब 1.30 बजे हैदराबाद स्थित आवास जाने के लिए निकले थे. लेकिन वह अपने घर नहीं पहुंचे. वह जाने से पहले अपना मोबाइल और एटीएम कार्ड सहित अन्य सामान अपने आवास में छोड़ गये थे.
मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने पूर्व में जांच के दौरान सूबेदार मेजर के मोबाइल नंबर का सीडीआर भी निकाला था. तब पता चला था कि उन्होंने अधिकांश नंबर पर अपने परिचितों से बात किया है. पुलिस ने रेलवे स्टेशन के साथ-साथ दूसरे स्थानों का सीसीटीवी फुटेज भी चेक कराया था, लेकिन सूबेदार मेजर के बारे में कोई सुराग नहीं मिला. इधर, आर्मी के अधिकारियों ने पुलिस को बताया कि कहीं ऐसा तो नहीं कि पुष्पेंद्र को ब्लैकमेल करने या किसी अनुचित मांग के लिए किडनैप किया गया है.