उन्होंने कहा कि आज खूंटी, सिमडेगा जैसे जनजाति बहुल जिलों में पत्थलगड़ी परंपरा का दुरुपयोग किया जा रहा है. इस कारण विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं. श्री उरांव ने कहा कि इसमें राष्ट्र विरोधी शक्तियां शामिल हैं.
इसलिए ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाये. प्रदेश उपाध्यक्ष प्रो आदित्य साहू ने कहा कि झारखंड देश में विकास के दूसरे पायदान पर पहुंच गया है. विरोधी इसे पचा नहीं पा रहे हैं. इसके लिए दुष्प्रचार के साथ असंवैधानिक तरीकों का सहारा लिया जा रहा है. प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव, दीनदयाल वर्णवाल एवं मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक शामिल थे.