मालूम हो कि प्राथमिक व मध्य विद्यालय के शिक्षकों का स्थानांतरण नियमावली दो माह से विभाग स्तर पर लंबित है. राज्य के नवनियुक्त लगभग छह हजार शिक्षक अंतर जिला स्थानांतरण का इंतजार कर रहे हैं. वर्ष 2015-16 में शिक्षकों की नियुक्ति गृह जिला में नहीं हुई. जबकि शिक्षकों का कैडर जिला स्तरीय है. राज्य भर में शिक्षक गृह जिला छोड़कर अन्य जिलों में कार्यरत हैं.
श्री महतो ने कहा है कि स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग द्वारा तैयार स्थानांतरण नियमावली में शिक्षकों को गृह प्रखंड में पदस्थापन की बात कही गयी है. नियमावली के लागू होने से शिक्षकों को अपने जिला में पदस्थापन का मौका मिलेगा. संघ ने मध्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों के रिक्त पदों पर योग्यताधारी शिक्षकों को जल्द से जल्द प्रोन्नति देने की मांग की है. मध्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के 90 फीसदी से अधिक पद रिक्त हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं को लेकर संघ का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही शिक्षा मंत्री व स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की सचिव से मिलेगा. समस्या का समाधान नहीं होने पर संघ आंदोलन करेगा.