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सफलता: जहरीली शराब का मास्टरमाइंड प्रह्लाद सिंघानिया हुआ गिरफ्तार
रांची : रांची में जहरीली शराब कांड का प्रमुख आरोपी प्रह्लाद सिंघानिया को रांची पुलिस की टीम ने मंगलवार रात जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद उसे रांची लाया गया. पुलिस की एक टीम उसकी निशानदेही पर विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है. रांची में पिछले माह जहरीली शराब पीने से […]
रांची : रांची में जहरीली शराब कांड का प्रमुख आरोपी प्रह्लाद सिंघानिया को रांची पुलिस की टीम ने मंगलवार रात जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद उसे रांची लाया गया. पुलिस की एक टीम उसकी निशानदेही पर विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है. रांची में पिछले माह जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत हुई थी. कई लोग बीमार पड़े थे. मामले में छह केस दर्ज किये गये थे.
जांच के दौरान हुआ था खुलासा : जहरीली शराब पीने से सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के इरगू टोला निवासी अमित तिवारी और हरमू हाउसिंग कॉलोनी निवासी संदीप चौधरी की भी मौत हुई थी. पुलिस जांच में पता चला था कि दोनों ने डोरंडा नदी ग्राउंड निवासी उमेश से शराब खरीदी थी. उमेश जैप का हवलदार गौतम थापा का रिश्तेदार है. उमेश ने पूछताछ में बताया था कि नकली शराब बना कर सप्लाई करने का काम प्रह्लाद सिंघानिया करता था. इस काम में प्रह्लाद सिंघानियां का पुत्र भी शामिल रहा था. घटना के बाद पुलिस ने नामकुम स्थित उसके आवास में छापेमारी की थी. लेकिन वह अपने घर में नहीं मिला था. इस बीच एसएसपी कुलदीप द्विवेदी को सोमवार रात सूचना मिली कि प्रह्लाद सिंघानिया जमशेदपुर में है. इसके बाद पुलिस की टीम ने जमशेदपुर जाकर प्रह्लाद को गिरफ्तार कर लिया.
कैसे करता था शराब का कारोबार
प्रह्लाद सिंघानिया ने नामकुम – टाटा रोड पर स्प्रिट लेकर चलनेवाली गाड़ियों के चालक और खलासी से सेटिंग कर रखा था. उनके जरिये स्प्रिट की व्यवस्था करता था. इसके बाद उस स्प्रिट में केमिकल मिला कर नकली शराब तैयार करता था. तैयार शराब को बाजार में बेचने के लिए उसकी बोतल पर विभिन्न ब्रांड के स्टीकर, ऑनली फॉर डिफेंस और झारखंड सरकार का नकली मुहर लगाता था. शराब की सप्लाई ढाबा, दुकान, होटल सहित अन्य स्थानों पर करता था. नकली शराब को डिफेंस की शराब बता कर कम कीमत पर बेचा जाता था. शराब बनाने और इसकी बोटलिंग के लिए प्रह्लाद सिंघानिया ने जोरार में तहखाना भी बना रखा था.
कई बार पड़े थे छापे, पर बंद नहीं हुआ धंधा
सिंघानिया के ठिकानों पर पुलिस ने छह से अधिक बार छापेमारी की थी. इनमें बड़े पैमाने पर शराब की बाेतलें भी जब्त की गयी थी. पर हर बार वह बच निकलता था. इसी साल 30 जुलाई की रात पुलिस ने उसे और नरेश सिंघानिया को जोरार स्थित पेट्रोल पंप के पास से गिरफ्तार किया था. पर बाद में उसे जमानत मिल गयी थी.
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