पुलिस को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति लेवी के रुपये को उग्रवादियों तक पहुंचाने जा रहा है. कथित व्यक्ति उग्रवादियों का समर्थक है. इस सूचना पर खलारी डीएसपी पुरुषोतम कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन हुआ.
टीम ने चेकिंग के दौरान संदेह के आधार पर बाइक से जा रहे एक व्यक्ति को चूरी के पास रोका. तलाशी के क्रम में उसकी बाइक की डिक्की से रुपये का बंडल बरामद हुआ. इसके बाद पुलिस ने संदिग्ध व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया. जांच में क्रम में उक्त व्यक्ति ने अपना नाम अनिल चौबे बताते हुए खुद को सीसीएल कर्मी बताया.
रुपये के संबंध में पूछताछ करने पर पहले उसने बताया कि बैंक से रुपये लोन पर निकाले हैं. पुलिस ने जब इससे संबंधित पेपर प्रस्तुत करने को कहा, तब वे पेपर नहीं प्रस्तुत कर सके. इसके बाद वह रुपये के वैध होने के संबंध में तरह-तरह के बहाने बनाने लगे. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरंभिक जांच में बरामद रुपये लेवी के रूप में पहुंचाये जाने या अनिल चौबे के किसी संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने की बात सामने नहीं आयी. इसलिए फिलहाल उन्हें मामले में पीआर बांड पर छोड़ दिया गया है. रुपये के संबंध में पुलिस विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी एकत्र कर ही है. जांच में अगर अनिल चौबे की भूमिका किसी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल होने की आती है, तो उन पर कार्रवाई की जायेगी.