इसमें राज्य से लेकर पंचायत तक का सहयोग लिया गया. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में वन विभाग में जन वन योजना की शुरुआत की गयी. इसके लिए पौधा लगाने वालों को प्रोत्साहन राशि दी गयी है. करीब 82 लाख रुपये विभाग ने प्रोत्साहन के रूप में बांटे. राज्य में पहली बार वनरक्षियों की नियुक्ति की गयी. 2188 वन रक्षियों को नियुक्ति पत्र भी देकर काम पर लगा दिया गया है. इनमें 148 महिलाएं शामिल हैं. बिरसा मुंडा जू को वृहद श्रेणी के जू के रूप में मान्यता दिलायी गयी.
वहां 36000 वर्ग फिट में देश के सबसे बड़े फ्रेसवाटर एक्युरियम का निर्माण कराया गया है. इस उद्यान में 83 प्रजातियों के 1288 वन्य जीव को देखने के लिए हर साल करीब सात लाख लोग आते हैं. देश की सभी आश्रयणियों में इसका स्थान 20 वां है. राज्य में पार्कों को विकसित करने के लिए वन विभाग ने झारपार्क नाम की संस्था बनाया है. मोरहाबादी में अवस्थित 11 एकड़ भूखंड में 4.98 करोड़ रुपये की लागत से नीलांबर-पीतांबर (ऑक्सीजन) पार्क का निर्माण किया गया है.