रांची : ज्वाइंट बाइपरटाइट कमेटी ऑफ कोल इंडस्ट्रीज (जेबीसीसीआइ)-10 की ड्राफ्ट कमेटी 29-30 अगस्त को रांची में बैठेगी. इसमें अब तक तय हुए मुद्दों का ड्राफ्ट तैयार किया जायेगा. दिल्ली में शुक्रवार को सुबह 11 बजे जेबीसीसीआइ की बैठक करीब आधे घंटे हुई. इसमें तय किया गया कि 27 अगस्त को ड्राफ्ट के मुद्दों की जानकारी प्रबंधन की ओर से मजदूर प्रतिनिधियों को दिया जायेगा.
दो दिनों तक ड्राफ्ट तैयार करने के बाद 31 अगस्त को कोलकाता में जेबीसीसीआइ के फूल बेंच की बैठक होगी. इसमें ड्रॉफ्ट की जानकारी दी जायेगी. मजदूर यूनियनों के प्रतिनिधि और प्रबंधन ड्राफ्ट से सहमत होंगे, तो उसी दिन हस्ताक्षर भी हो सकता है. इधर, गुरुवार की देर रात तक चली बैठक में 20 फीसदी मिनिमम गारंटी बेनीफिट और चार फीसदी का अतिरिक्त भत्ता देने पर सहमति बन गयी है लेकिन सुविधाओं को लेकर हुई बात में सहमति नहीं बन पाने के कारण हस्ताक्षर नहीं हो सका.
सुविधा कटौती का मुद्दा उठाने से भड़की यूनियन
दिल्ली में गुरुवार की देर रात तक हुई बैठक में प्रबंधन ने सुविधाओं से कटौती से संबंधी कई मुद्दा उठाया. यूनियन सदस्यों का कहना है कि जो बातें बैठक में नहीं होती है, उसको भी ड्राफ्ट में प्रबंधन शामिल कर दे रहा है. इससे बातचीत को नतीजे तक पहुंचाने में परेशानी हो रही है. गुरुवार को बैठक में प्रबंधन ने कहा कि संडे को कंपनी की मान्य छुट्टी नहीं रहेगी, इसके स्थान पर स्टैगर्ड होली डे लागू होगा. 20 अटेंडेंस के बाद ही अंडरग्राउंड अलाउंस मिलेगा. अटेंडेंस बोनस पाने के लिए मिनिमम अटेंडेंस जरूरी होगा. प्रबंधन आश्रितों को मिलने वाली नौकरी की सुविधा भी खत्म करना चाहता है.
चारों यूनियनों के मुख्य मेंबर होंगे ड्राफ्ट कमेटी में
ड्राफ्ट कमेटी में सीटू, बीएमएस, एचएमएस तथा एटक के मुख्य सदस्य मौजूद रहेंगे. इसमें प्रबंधन की ओर से कई कंपनियों के सीएमडी, निदेशक कार्मिक व वित्त के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. यूनियन की ओर से मुख्य रूप से रमेंद्र कुमार, नाथूलाल पांडेय, डीडी रामानंदन और बीके राय रहेंगे. इनको सहयोग करने के लिए भी कुछ सदस्य रहेंगे.
न्यूनतम 4900 रुपये की होगी वृद्धि
कोल इंडिया के कर्मियों को नये वेतन समझौते के तहत कम से कम 4900 रुपये का लाभ होगा. सबसे निचले स्तर के कर्मियों की इतनी वेतन वृद्धि होगी. पिछले वेतन समझौते के समय 3500 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी. करीब 1051 रुपये विशेष भत्ते के रूप में बढ़ेगा. पिछली बार यह 628 रुपये था. 1051 रुपये फ्रीज हो जायेगा. इसमें अगले वेतन समझौते तक कोई वृद्धि नहीं होगी. इससे अभी कैटगरी-1 के सबसे निचले स्तर के कर्मी का वेतन 15712 रुपये है, जो बढ़कर 26292 रुपये हो जायेगा.