उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से 309 करोड़ रुपये की वसूली के लिए बैंकों को अनुमति भी दी गयी है. लेकिन विभिन्न बैंकों की तरफ से इसमें से सिर्फ 24 करोड़ रुपये ही वसूले जा सके हैं, जो ठीक नहीं है. श्री खरे सोमवार को राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) की बैठक को संबोधित कर रहे थे. बीएनआर होटल में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के स्टैंड अप योजना की स्थिति भी झारखंड में ठीक नहीं है. राज्य में कार्यरत बैंकों ने अब तक स्टैंड अप में 48 आवेदन ही निबटाये हैं. इससे स्टार्ट अप और स्टैंड अप इंडिया के कार्यक्रमों को परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण योजना का भी हाल ठीक नहीं है. इसके अंतर्गत सिर्फ 1715 लाभुकों को ही जोड़ा जा सका है.
केंद्रीय वित्त मंत्रालय के संयुक्त सचिव मनदेश मिश्र ने कहा कि केंद्र सरकार गरीबी उत्थान के लिए कई योजनाएं चला रही है. इसका शत-प्रतिशत अनुपालन करना जरूरी है. बैठक में सभी का स्वागत एसएलबीसी के महाप्रबंधक प्रसाद जोशी ने किया. इस अवसर पर कई बैंकों के बड़े अधिकारी मौजूद थे.