शूटर राजधानी के दो अलग स्थानों पर दोनों की हत्या करनेवाले हैं. त्वरित कार्रवाई करते हुए एसएसपी ने डीएसपी और थानेदारों की एक टीम का गठन किया. टीम ने सुमन साव से फोन पर संपर्क कर बुलाया और अपनी सुरक्षा में ले लिया.
इसके बाद पुलिस सादे लिबास में दोनों शूटरों के आने का इंतजार करने लगी. हटिया सहित कई जगहों पर छापेमारी भी की गयी. समाचार लिखे जाने तक शूटर पुलिस की गिरफ्त में नहीं आये थे. पुलिस अधिकारियों के अनुसार नियाज और सुमन साव पहले एक साथ काम करते थे. बाद में सुमन साव उससे अलग हो गया. नियाज के खिलाफ गुड्डू खान मर्डर सहित कई मामले दर्ज हैं. नियाज केस में अपनी जमानत कराना चाहता है. उसे आशंका है कि गुड्डू खान मर्डर केस में सुमन साव गवाहों को सपोर्ट करता है, जिसके कारण उसे जमानत नहीं मिल रही. इसी वजह से नियाज सुमन साव की हत्या कराना चाहता था.