एतवा उरांव ने बताया है कि नीलिमा गुमला निवासी उसके साला की पुत्री थी. उसकी मां बिहार में ईंट-भट्ठा में काम करती है. नीलिमा बाड़ा तीन साल की उम्र से एतवा उरांव के घर में रह रही थी और पढ़ाई करती थी. एतवा उरांव ने बताया कि नीलिमा बाड़ा गुरुवार शाम उसके पुत्र अमन के साथ चुटिया धुमसा टोली खेलने के लिए गयी थी. काफी देर तक घर नहीं लौटने पर परिवार के सदस्य दोनों को खोजने निकले, तो दोनों खेलते मिले. इस पर परिवार के सदस्यों नीलिमा को डांटा कि पढ़ाई के समय में क्यों खेल रही है.
इस पर नीलिमा बाड़ा वापस घर लौट अायी. वह रात में अपने कमरे में पढ़ाई करने लगी और खाना भी नहीं खाया. इस दौरान परिवार के अन्य सदस्य खाना खाकर सो गये. शुक्रवार तड़के तीन बजे एतवा उरांव जब अपने बच्चों को पेशाब कराने के लिए उठे, तो उन्होंने देखा कि नीलिमा साड़ी के फंदे से लटकी हुई है. सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची और मामले की जांच की.