पिपरवार: चतरा के पिपरवार थाना क्षेत्र के बहेरा गांव में शुक्रवार की रात पुलिस की गोली से निर्दोष युवक के मारे जाने के बाद शनिवार को दिन भर हंगामा होता रहा. ग्रामीणों ने सलमान एराकी का शव सड़क पर रख कर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारे लगाये. पिपरवार-टंडवा सड़क को कई घंटे तक जाम रखा.
बाद में घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि मृतक के परिजन को मुआवजा दिया जायेगा और प्रावधान के अनुसार एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की अनुशंसा की जायेगी. इसके साथ ही अधिकारियों ने पिपरवार थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है. घटना में शामिल पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का आदेश दिया, जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए.
ग्रामीणों में पुलिस के प्रति भारी रोष : बहेरा के युवक की मौत की खबर मिलने के बाद ग्रामीण बड़ी संख्या में बचरा क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचे. वहां लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. बाद में शव को उठा कर बहेरा ले गये. बीच सड़क पर शव को रख मार्ग अवरुद्ध कर दिया. जिससे पिपरवार-टंडवा मुख्य मार्ग जाम हो गया. दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गयी. आक्रोशित ग्रामीणों ने खदान का काम व कोयला ढुलाई बंद करा दिया. शनिवार को चतरा के प्रभारी एसपी मदन मोहन लाल, डीसी संदीप सिंह, एसडीएम मुमताज अली, टंडवा के प्रभारी एसडीपीओ पीतांबर सिंह खरवार, टंडवा सीओ दिलीप कुमार आदि बहेरा पहुंचे. ग्रामीणों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया. ग्रामीण निर्दोष युवक की मौत के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने, मुआवजा के रूप मे एक करोड़ रुपये देने, प्रभावित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने की गारंटी की मांग पर अड़े रहे थे.
बाद में स्थानीय प्रबुद्ध लोगों के साथ प्रशासन की वार्ता हुई. इसमें सलमान एराकी के परिजनों को तत्काल दो लाख का मुआवजा देने, राज्य सरकार के प्रावधानों के तहत नौकरी-मुआवजा की प्रक्रिया प्रतिवेदन के आधार पर अनुशंसा किये जाने व पुलिस अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई के भरोसे के बाद ग्रामीणों ने शव को उठाने दिया. जिसके बाद शाम के चार बजे शव को पोस्टमार्टम के लिए चतरा भेजा गया. मौके पर उपस्थित ग्रामीणों में अलेक्जेंडर तिग्गा, इसलाम अंसारी, इकबाल हुसैन, असलम अंसारी, जिप सदस्य संगीता टानाभगत, जिप सदस्य खलारी अब्दुल्ला अंसारी, हाजी कमालुद्दीन, ए रहमान सहित अन्य शामिल थे.
चोरी का आरोपी था
आइजी अभियान और पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता आशिष बत्रा ने बताया कि आरंभिक जांच में पता चला है कि सलमान उर्फ राजा के खिलाफ पूर्व में चोरी के आरोप में केस दर्ज हुआ था. केस वर्ष 2014 में पिपरवार थाना में कांड संख्या 52/14 के अंतर्गत दर्ज हुआ था. इस केस में पुलिस उसके खिलाफ पूर्व में न्यायालय में चार्जशीट भी दायर कर चुकी है.