गोला (रामगढ़), राजकुमार. रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में कुल 18 प्रत्याशी मैदान में हैं. इसमें से कई प्रत्याशी पहली बार किस्मत आजमा रहे हैं. कुछ प्रत्याशी पहले भी विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. इस चुनाव में सिर्फ गोला प्रखंड से 4 उम्मीदवार हैं, जो चुनाव के मैदान में कूदे हैं. प्रखंड क्षेत्र के डीमरा निवासी पूर्व विधायक अर्जुन राम महतो के पुत्र रामावतार महतो एवं उलादाका निवासी पांडव कुमार महतो रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में हैं.
रामगढ़ का किसी ने नहीं किया विकास : रामावतार महतो
रामावतार महतो कहते हैं कि रामगढ़ विधानसभा के अब तक जो भी विधायक बने हैं, उन्होंने सिर्फ और सिर्फ अपना विकास किया है. उन्हें अपने अलावा किसी और से कोई मतलब नहीं है. जनता की समस्या से उनका कोई लेना-देना नहीं है. रामावतार ने वादा किया कि वह लोगों के बीच में रहकर उनकी सेवा करेंगे. क्षेत्र की समस्याओं को दूर करेंगे.
पिता के बताये रास्ते पर चलकर करूंगा रामगढ़ का विकास
उन्होंने कहा कि उनके पिता पूर्व विधायक अर्जुन राम महतो की झारखंड को अलग राज्य बनाने में अहम भूमिका रही है. रामावतार ने कहा कि उनके पिता आंदोलनकारी नेता हैं. अलग झारखंड राज्य की मांग से जुड़े आंदोलन की वजह से उन्हें जेल भी जाना पड़ा था. मैं अपने पिता के बताये रास्ते पर चलकर क्षेत्र के लोगों की सेवा करना चाहता हूं.
जो काम 22 वर्ष में नहीं हुआ, 18 महीने में करूंगा : पांडव कुमार महतो
युवा निर्दलीय प्रत्याशी पांडव कुमार महतो ने कहा कि मैं चुनाव में इसलिए खड़ा हुआ हूं, ताकि जो कार्य पिछले 22 वर्षों में नहीं हो पाया है, मैं 18 महीने में कर सकूं. उन्होंने कहा कि रामगढ़ विधानसभा में भ्रष्टाचार एवं घूसखोरी चरम पर है. उन्होंने कहा कि रामगढ़ राम का गढ़ है, इसे रावण का गढ़ नहीं बनने देंगे. उन्होंने लोगों से ‘सेव’ छाप पर वोट देने की अपील की.
पार्टियों ने शासन कम, शोषण ज्यादा किया : कामदेव महतो
सुथरपुर निवासी निर्दलीय प्रत्याशी कामदेव महतो ने कहा कि अलग राज्य बने 22 वर्ष हो चुके हैं. इस दौरान भाजपा, कांग्रेस, आजसू, झामुमो पार्टी ने शासन किया. इन पार्टियों ने शासन कम, शोषण ज्यादा किया. स्थानीय नीति व नियोजन नीति अब तक नहीं बन पायी. युवाओं को रोजगार नहीं मिला. झारखंड राज्य खनिज संपदा से परिपूर्ण होने के बाद भी यहां सबसे अधिक गरीबी, बेरोजगारी, पलायन, अशिक्षा, कुपोषण व भ्रष्टाचार है.
बजरंग महतो की सुनीता चौधरी है सीधी टक्कर
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) प्रत्याशी पूर्व विधायक ममता देवी के पति बजरंग महतो भी गोला प्रखंड के कुम्हरदगा पंचायत के गेरवाटांड़ निवासी हैं. वह भी पहली बार राजनीति में अपना किस्मत आजमा रहे हैं. उनकी सीधी टक्कर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) प्रत्याशी गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता चौधरी से है.