भुरकुंडा : बलकुदरा ओवरब्रिज के समीप रेलवे फाटक वाला मुख्य मार्ग फिलहाल बंद नहीं किया जायेगा. यह सहमति ग्रामीणों की सीओ पतरातू राजेश कुमार व जेएसआरडीएल प्रतिनिधि संतोष कुमार के साथ हुई वार्ता में बनी.
मालूम हो कि पिछले दिनों बलकुदरा में फोरलेन निर्माण कंपनी मोंटे कालरे द्वारा बलकुदरा ओवरब्रिज को चालू किया जा चुका है. पुल चालू होने के बाद रेल फाटक वाले पुराने मुख्य मार्ग को बंद किया जा रहा था.
जिसका ग्रामीणों ने पुरजोर विरोध किया व कंपनी के काम को सोमवार को वार्ता होने तक बंद करा दिया था. वार्ता में निर्णय हुआ कि जब तक विभिन्न गांव के ग्रामीणों के लिए विकल्प के तौर पर कोई दूसरा रास्ता नहीं दे दिया जाता है, तब तक पुराने रास्ते को बंद नहीं किया जायेगा.
ग्रामीणों ने पुराने रास्ते को बंद करने का विरोध इसलिए किया था, क्योंकि नये पुल का प्रयोग कर आने-जाने में ग्रामीणों को काफी अतिरिक्त दूरी तय करने की नौबत आ गयी है. वार्ता में ग्रामीणों को दो दिनों के भीतर उक्त आशय का लिखित आश्वासन देने की घोषणा की गयी.
मौके पर मुखिया विजय मुंडा, अमर यादव, यूकेश यादव, सविता देवी, शांति देवी, पुष्पा देवी, देवंती देवी, सरस्वती देवी, रूगो देवी, पार्वती देवी, प्रभा देवी, सुलेखा देवी, नीलू देवी, रेखा देवी, शारदा साहू, मीना देवी, निशा देवी, बबीता देवी, फूलमती देवी समेत कई ग्रामीण उपस्थित थे. वार्ता के बाद कंपनी का कामकाज शुरू हो गया.