– जिले में 54 उप-स्वास्थ्य केंद्र है
– मरीजों को होती है परेशानी
– एल वन सुविधा लागू होने के बाद भी काम नहीं होने पर होगी कार्रवाई
रामगढ़ : सरकार द्वारा मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए उप-स्वास्थ्य केंद्रों में संस्थागत प्रसव (एल-वन) को प्राथमिकता दी गयी है. विभाग सामान्य प्रसव प्रशिक्षित एनएनएम के माध्यम से सब सेंटर में कराने को लेकर संकल्पित है.
इसके बावजूद जिला के 54 उप-स्वास्थ्य केंद्र में 21 उप-स्वास्थ्य के दों में एल-वन की सुविधा नहीं है.
जहां एल-वन की सुविधा नहीं है : जिला के 21 उप-स्वास्थ्य केंद्र में एल-वन की सुविधा नहीं है. इनमें रामगढ़ प्रखंड के गंडके, हेसला, उसरा, हरहद कंडेर, मदगी, पोटमदगा, मारंगमरचा, मांडू प्रखंड के तापीन, केदला, लक्ष्यो, दिगवार, जोड़ाकरम, एदला, गोला प्रखंड का कोरांबे, सुतरी, तापीन व पतरातू प्रखंड का टेरपा, निम्मी, घुटूवा, सुथूरपुर व जुमरा उप-स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं.
वर्ष 2012-13 से लागू है एल-वन उप-स्वास्थ्य केंद्र : जिला के 17 उप-स्वास्थ्य केंद्रों में वर्ष 2012-13 में एल-वन की सुविधा शुरू की गयी थी. इनमें उप-स्वास्थ्य केंद्र बारलोंग, लारी, छोटकीपोना, मगनपुर, रजरप्पा, चुंबा, सांडी, कुजू, हफुवा, कोतो, खुशीआरा, लपंगा, पाली, सौंदा व टाटाटांड़ शामिल हैं. न उप-स्वास्थ्य केंद्रों में एल-वन की सुविधा शुरू की गयी.
– संजय शुक्ला –