सरहुल के मौके पर जुलूस निकाला गया
भुरकुंडा : रिवर साइड भुरकुंडा स्थित सरना स्थल पर शुक्रवार को केंद्रीय सरहुल महोत्सव मनाया गया. महोत्सव में दर्जनों गांव से जुलूस व झांकियों का मिलान हुआ. लोगों ने ढोल-मांदर के थाप पर सामूहिक नृत्य किया. इससे पूर्व पाहन देवलाल मुंडा व दुर्गा उरांव के द्वारा विधिवत पूजा करायी गयी. प्रसाद का वितरण हुआ. मिलान होने के बाद जुलूस व झांकियां यहां से सयाल मोड़, बिरसा चौक, भुरकुंडा थाना चौक होते हुए न्यू बैरेक भुरकुंडा स्थित सरना मिलान स्थल पर पहुंची.
रास्ते में जुलूस में शामिल लोगों की सुविधा के लिए विभिन्न संस्थाओं द्वारा स्टॉल लगाये गये थे. रिवर साइड में महोत्सव को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जेएसपीएल के पूर्व उपाध्यक्ष अमर कुमार बिरोली ने कहा कि सरहुल हमें प्रकृति की रक्षा का संदेश देता है. हमें अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए एकजुट रहने की जरूरत है. विशिष्ट अतिथि रतन तिर्की ने कहा कि सरहुल हमें भेदभाव मिटाकर एक हो जाने के लिए प्रेरित करता है.
महोत्सव को जिप उपाध्यक्ष मनोज राम, सैनाथ गंझू ने भी संबोधित किया. मौके पर थाना प्रभारी विद्या प्रसाद सिंह, चमनलाल, राजेश्वर शर्मा, टिकेश्वर महतो, अनिल एक्का आदि उपस्थित थे. आयोजन समिति ने अतिथियों को पगड़ी बांध व माला पहना कर स्वागत किया. आयोजन को सफल बनाने में पीटर नाग, विश्वनाथ करमाली, संजय लिंडा, रंजीत बेसरा, रवि उरांव, मुन्ना राम, भुवनेश्वर गंझू, जसीबर मांझी, सुकर उरांव, बालदेव तिर्की, राजन करमाली, एतवा उरांव, मधुसूदन तांबा, छटूराम चंद्रवंशी, योगेंद्र, दर्शन गंझू, काली घांसी, नागेश्वर मुंडा, सतीश करमाली आदि का योगदान रहा.
जुलूस में हुए शामिल : महोत्सव स्थल पर जिन क्षेत्रों से निकाली गयी जुलूस व झांकी का मिलान हुआ, उसमें दुंदूवा बस्ती, शिव नगर, तीन नंबर झोपड़ी, चोरधरा, लपंगा, कैथोलिक आश्रम, महुआ टोला, न्यू बैरेक, नीचे धौड़ा, रिवर साइड शामिल हैं. अतिथियों ने स्थानीय बिरसा चौक पर भगवान बिरसा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.