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ब्रह्मविद्या का प्रचार ही सदगुरु की सेवा
मेदिनीनगर : अखिल भारतीय विहंगम योग संत समाज की बैठक रविवार को बिहार राज्य के गया स्थित मधुमती आश्रम में हुई. संत प्रवर विज्ञान देव जी महाराज की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में संस्थान के वार्षिक कार्यों की समीक्षा की गई. संत प्रवर विज्ञान देव जी महाराज ने सभी भक्तजनों को ब्रह्मविद्या के प्रचार कार्य […]
मेदिनीनगर : अखिल भारतीय विहंगम योग संत समाज की बैठक रविवार को बिहार राज्य के गया स्थित मधुमती आश्रम में हुई. संत प्रवर विज्ञान देव जी महाराज की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में संस्थान के वार्षिक कार्यों की समीक्षा की गई. संत प्रवर विज्ञान देव जी महाराज ने सभी भक्तजनों को ब्रह्मविद्या के प्रचार कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया. कहा कि भक्ति मुक्ति प्रदान करने वाली ब्रह्मविद्या के प्रचार कार्य में तेजी लाने की जरूरत है.
ब्रह्मविद्या का प्रचार करना ही सद्गुरु की महान सेवा है. इस सेवा कार्य में सभी लोगों को सक्रिय भूमिका निभाने की जरूरत है. सद्गुरु की सेवा करना ही शिष्य का धर्म है . सेवा से ही सद्गुरु प्रसन्न होते हैं. बैठक में ब्रह्मविद्या के प्रचार कार्य में तेजी लाने के लिए कई बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया.
बैठक में लिये गये निर्णय की जानकारी पलामू जिला संयोजक नंदलाल पासवान ने दी. बैठक में तय किया गया िक सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज की 63 वां परम् निर्वाण दिवस रोहतास के कटार आश्रम परिसर में तीन से पांच फरवरी को मनायी जायेगी. इस अवसर पर 2100 कुंडीय विश्व शांति वैदिक महायज्ञ होगा. लातेहार जिला के चंदवा स्थित लुकुइया आश्रम परिसर में प्रथम परंपरा सद्गुरु आचार्य श्री धर्मचंद्र देव जी महाराज की 98 वी जयंती 22 से 24 फ़रवरी को हर्षोल्लास के साथ मनायी जायेगी.
बैठक में इन दोनों कार्यक्रमों की सफलता को लेकर कई बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया. बैठक में प्रदेश के उपाध्यक्ष शोभाराम यादव , अन्न संग्रह मंत्री ललित सिंह ,पलामू के सह संयोजक गिरिजा सिंह, श्याम सुंदर सिंह, अखिलेश मेहता, राजेंद्र प्रसाद अरोड़ा ,उपेंद्र मेहता, बनारसी यादव सहित कई सेवा प्रभारीशामिल थे.
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