मेदिनीनगर : 11 सूत्री मांगों को लेकर शिक्षकेतर कर्मचारियों की हड़ताल 86 दिनों से चल रही है.
झारखंड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ ने आंदोलन तेज कर दिया है. बुधवार को कर्मचारियों ने नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के पास प्रदर्शन किया. इसके बाद कर्मचारी धरना पर बैठ गये. महासंघ के प्रक्षेत्रीय अध्यक्ष अरुण कुमार तिवारी एवं महासचिव अवधकिशोर सिंह के नेतृत्व में कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की. कर्मचारियों ने कहा कि उनकी मांगों के प्रति न तो सरकार गंभीर है और न ही विश्वविद्यालय प्रशासन.
शिक्षकेतर कर्मचारियों की हड़ताल के कारण काम-काज पर क्या असर पड़ रहा है, इसकी जानकारी सरकार तक नहीं पहुंचायी जा रही है. दूसरी तरफ विभाग के सचिव कार्रवाई की धमकी देकर हड़तालियों को डराने का प्रयास कर रहे हैं. जब तक सम्मानजनक समझौता नहीं होगा, तब तक हड़ताल से लौटने का कोई सवाल ही नहीं उठता. क्योंकि वाजिब मांगों को लेकर कर्मचारी हड़ताल पर हैं.
हड़तालियों ने कहा कि सरकार के अफसर तानाशाही पर उतर आये हैं. हम चट्टानी एकता के साथ हड़ताल पर डटे रहेंगे. मौके पर वेदप्रकाश शुक्ला, राजू मुखर्जी, ओमप्रकाश तिवारी, प्रवीण कुमार, अशोक तिवारी, विनोद सिंह, आशीष सिन्हा, अनिल तिवारी, जमील अख्तर, मुनी तिवारी, कपिल दुबे, कन्हाई राम, गोपाल, एकरामुल खां आदि मौजूद थे.