विश्रमपुर (पलामू) : हाथ की मेहंदी फीकी भी नहीं पड़ी थी कि ससुराल वालों ने पचास हजार रुपये के लिए रेशमा को कथित रूप से जिंदा जला डाला. मामला रेहला थाना क्षेत्र के कुंडी गांव का है.
कुंडी के नुरसिद आलम ने अपनी एकलौती बेटी रेशमा की शादी मझिआंव थाना क्षेत्र के सरकोनी गांव निवासी इस्माइल खान के बेटे एकबाल खान से 15 जून 2012 में करायी थी. अपनी क्षमता के अनुसार दान– दहेज भी दिया था.
रेशमा के पिता नुरर्सिद आलम के अनुसार एक लाख नकद, मोटरसाइकिल व एक लाख के गहने शादी में दिया था. इसके बावजूद ससुरालवाले रेशमा को रुपये के लिए हमेशा प्रताड़ित किया करते थे. इसकी शिकायत वह अपने मां–बाप से हमेशा करती थी.
रेशमा के ससुराल सरकोनी में उसके ससुर मकान बनवा रहे थे. इसके लिए 50 हजार रुपये की मांग रेशमा के पिता से की गयी थी. रेशमा के पिता ने आर्थिक कमजोरी की बात बताते हुए क्षमता के अनुसार 25 हजार रुपये देने को तैयार हुए. लेकिन उनलोगों ने एक न सुनी और रेशमा को कथित रूप से जिंदा जला डाला. जानकारी के अनुसार रविवार की शाम चार बजे ससुराल वालों ने रेशमा पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा दी.
ससुराल वालों की दरिंदगी से बचने के लिए वह एक कमरे में घुस गयी. गुस्साये ससुरालवालों ने कथित रूप से उस कमरे को बाहर से बंद कर आग लगा दी. गांव वाले उसकी चीख– पुकार सुन कर जमा हुए और उसे घर से बाहर निकाल कर गढ़वा हॉस्पिटल लाये. रेशमा 80 प्रतिशत जल चुकी थी. गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार के बाद रांची रिम्स में रेफर कर दिया.
रांची जाने के क्रम में लातेहार के पास उसने दम तोड़ दिया. रेशमा का शव सोमवार को उसके मायके कुंडी लाया गया. उसके माता पिता का रो–रोकर बुरा हाल है. गढ़वा हॉस्पिटल में रेशमा ने अपनी आपबीती पुलिस को फर्द बयान दिया है.
फर्द बयान के आलोक में आठ लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. इसमें से दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है. बाकी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.