मेदिनीनगर : पलामू प्रमंडलीय आयुक्त का पद 50 दिनों से रिक्त पड़ा है. सरकार ने इस पद का अतिरिक्त प्रभार अब तक किसी को नहीं दिया है, न ही किसी की पदस्थापना की गयी है. इससे राजस्व से जुड़े कई मामले लंबित हैं.
पलामू प्रमंडल में पलामू, गढ़वा व लातेहार जिले आते हैं. 30 जून को पलामू के आयुक्त स्वर्णादित्य सहाय सेवानिवृत्त हुए थे. तब से यह पद खाली है.
21 वर्षो में 30 आयुक्त रहे : पलामू प्रमंडल की स्थापना तीन मई 1992 को हुई थी. स्थापना के 21 वर्ष के दौरान इस प्रमंडल में 30 आयुक्त पदस्थापित हो चुके हैं, जिसमें पांच अतिरिक्त प्रभार में थे. दो साल से अधिक का समय प्रभार में ही गुजरा है.
30 जून को पद के रिक्त होने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि 15 अगस्त से पहले अतिरिक्त प्रभार दिया जायेगा या फिर पोस्टिंग होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
किसी को अतिरिक्त प्रभार तक नहीं
– 30 जून को रिटायर हुए थे स्वर्णादित्य सहाय
– पलामू, गढ़वा व लातेहार जिले के राजस्व से जुड़े मामले फंसे
17000 मामले लंबित
अंचल पदाधिकारियों को नीलाम पत्र पदाधिकारी की शक्ति प्रदान करने का प्रस्ताव आयुक्त के पास होता है. आयुक्त के नहीं रहने से नीलाम पत्र से जुड़े करीब 17000 मामले लंबित हैं, जिससे सरकार का करीब 42 करोड़ रुपये फंसा हुआ है. इसमें कई बैंकों के भी पैसे हैं. सरकारी भवनों के निर्माण के लिए जमीन हस्तांतरण का मामला भी आयुक्त के स्तर से ही सरकार के पास भेजा जाता है.