मेदिनीनगर : पलामू को प्रमंडल का दर्जा तो मिला, पर इसका अपेक्षित लाभ नहीं मिला. 21 साल में 30 आयुक्त की पदस्थापना हुई. पर कोई भी आयुक्त इस पद पर दो साल तक नहीं रहे.
आयुक्त के रूप में सबसे छोटा कार्यकाल शीला किस्कु रपाज का रहा. वह मात्र 26 दिन तक रही. एक बार केके खंडेलवाल की जब पदस्थापना हुई थी, तो उनका तबादला मात्र 28 दिन में हो गया था. इसी तरह प्रभार में भी प्रमंडल का कार्य होता रहा.