मेदिनीनगर : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भूमि सुधार कानून लागू करने, गरीबों की जोत की भूमि को कंपनियों द्वारा की जा रही खरीद पर रोक लगाने सहित नौ सूत्री मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय का घेराव व प्रदर्शन किया.
मंगलवार को सीपीआइ के जिला सचिव सूर्यपत सिंह के नेतृत्व में जिले के विभिन्न प्रखंडों से आये गरीब किसानों ने प्रदर्शन में भाग लिया. प्रदर्शनकारी अपने मांगों के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे.
प्रदर्शन के बाद धरना व सभा हुआ. सीपीआइ के जिला सचिव सूर्यपत सिंह ने कहा कि पूर्व जमींदारों द्वारा जिले के गरीब हरिजन व आदिवासियों की बंदोबस्त, रैयती व जोत की जमीन को विभिन्न कंपनियों के नाम फरजी तरीके से केवाला किया जा रहा है. इस मामले को लेकर सीपीआइ आंदोलन तेज कर दिया है.
हरिहरगंज के बटउवा, नौडीहा बाजार के तेलियाडीह, हुलसी कला, फुलवरिया, चैनपुर के केल्हार, पंचलेवा आदि गांवों में विभिन्न कंपनियों द्वारा गरीबों की जमीन की खरीदारी की जा रही है. इस पर रोक लगे और फरजी केवाला को रद्द किया जाये. साथ ही मामले की जांच करा कर दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने की जरूरत है.
अन्य वक्ताओं ने कहा कि बीपीएल व एपीएल का भेद हटा कर दो रुपये किलो अनाज उपलब्ध कराया जाये. जिले में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगायी जाये, किसानों को समय पर खाद व बीज तथा मनरेगा मजदूरों को काम दिया जाये. झारखंड विधानसभा को भंग कर अविलंब चुनाव कराने की जरूरत है.
धरना के बाद उपायुक्त को मांग पत्र सौंपा गया. उपायुक्त ने इस मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया. धरना में शमशुद्दीन अंसारी, मनाजरूल हक, रुचिर कुमार तिवारी, बुद्धिनाथ सिंह, भोला सिंह, ललन सिन्हा, करीमन भुइयां, प्रभु शर्मा आदि शामिल थे.