मेदिनीनगर : विधि की गरिमा न्याय है. त्वरित, सस्ता व सुलभ न्याय लोगों को मिले, इसके लिए जागरूकता जरूरी है. उक्त बातें जिला जज द्वितीय सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रभारी अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने क ही.
उन्होंने कहा कि कानून की जानकारी कैदियों को भी होनी चाहिए, जिससे वे अपने मुकदमों की सही और उचित कार्रवाई पर ध्यान दे सके. उन्होंने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय का भी आदेश है कि जेलों में बंद कैदियों को उचित न्याय सुविधा उपलब्ध हो.
इसके लिए जिन कैदियों की सजा के बाद अपील नहीं हो पाया है या किसी कारण से नहीं हुआ है, उनकी ओर से अपील वास्ते सभी जेल अधीक्षक को अपील फाइल करवाने की व्यवस्था करना है.
इस अवसर पर अपर जिला जज-पांच जेपी सिंह ने कहा कि लोगों को त्वरित व सस्ता न्याय के साथ नि:शुल्क न्याय दिलाने की व्यवस्था भी की गयी है. आवश्यकता इस बात की है कि कैदी इसके लिए आगे आकर आवेदन दें. सीजीएम सुरेश कुमार ने कहा कि लोगों में आज जो नैतिक पतन हो रहा है, उसे दूर करने की आवश्यकता है. जेएम बीके पांडेय ने कहा कि जेल में रह कर भी सच्च नागरिक बनने का संकल्प लिया जा सकता है.
प्राधिकार के सचिव विश्वनाथ शुक्ला ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा केंद्रीय कारा परिसर में लिगल एड क्लिनिक का संचालन किया जा रहा है. इसमें अधिवक्ता पूरे महीने तक हरेक सप्ताह में दो दिन उपस्थित रहते हैं. इसमें कैदी अपनी वाद संबंधित समस्याओं को रख सकते हैं. यदि वकील उपलब्ध नहीं है, तो प्राधिकार की ओर से नि:शुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराया जायेगा.
इस अवसर पर आयोजित जेल अदालत में चार मामलों में छह कैदी कल्लू सिंह, इजराइल खां, श्याम लाल महतो, अशोक सिंह, राजू मल्ला, तूफानी लोहार शामिल है. इस अवसर पर अपर जिला जज चार, जीके सिंह, एसडीजेएम संजय कुमार, मुंसिफ सुधांशु कुमार शशि, रेलवे न्यायिक दंडाधिकारी केके झा, जेएम प्रथम श्रेणी एके गुड़िया, एनएन सांगा, आसिफ इकबाल, विनोद कुमार, बीके पांडेय, एपीपी मोहम्मद जावेद हुसैन, अधिवक्ता राजेश्वर पांडेय, वीणा मिश्र, जेल अधीक्षक उदय कुमार कुशवाहा सहित कई लोग मौजूद थे.
संचालन प्राधिकार के सचिव विश्वनाथ शुक्ला ने किया. धन्यवाद ज्ञापन जेल अधीक्षक उदय कुमार कुशवाहा ने की.