पाटन : सांसद आदर्श ग्राम किशुनपुर में लगा सोलर लाइट बेकार साबित हो रही है. इस आदर्श ग्राम में अटल ज्योति योजना के तहत विभिन्न चौक-चौराहों पर सोलर लाइट लगायी गयी थी. दो किस्तों में करीब 55 सोलर लाइट लगे थे. पहली दफा 40 और उसके बाद 15 सोलर लाइट लगे थे. 2017 में ही यह लाइट लगी था. लाइट लगने के कुछ माह के बाद ही करीब 19 लाइट खराब हो गये.
इसकी शिकायत जब ग्रामीणों ने की तो लाइट लगाने वाले कंपनी को इसके बारे में बताया गया. उसके बाद कंपनी के लोगों ने 19 लाइट का बैट्री खोलकर मरम्मत के नाम पर ले गये, जो आज तक नहीं लगा. आठ माह पहले ही मरम्मत के नाम पर बैट्री ले जायी गयी है. इससे लोगों में काफी रोष है.
कहा कि जब मरम्मत के नाम पर बैट्री खोलकर ले ही जाना था, तो फिर लगने का क्या लाभ हुआ.यह स्थिति उस गांव की है, जो सांसद आदर्श ग्राम के रूप में चयनित है. इस गांव के लोगों का कहना है कि जो कंपनी लाइट लगाने वाली थी. उसके बारे में संबंधित पदाधिकारी को कई बार शिकायत की गयी. हर बार आश्वासन मिला. लेकिन धरातल पर उसका नतीजा सामने नहीं आया. चुनाव के दौरान भी यह मुद्दा उठा था. तब कहा गया था कि वोट के बाद लाइट लग जायेगा. लेकिन वोट हुए भी 15 दिन से अधिक हो गये कोई नतीजा सामने नहीं आया.
लोगों का कहना है कि जब आदर्श ग्राम की यह स्थिति है तो समझा जा सकता है बाकी इलाकों की स्थिति क्या होगी. एक तरफ तो सोलर लाइट पड़ी हुई है, तो दूसरी तरफ जर्जर तार भी परेशानी का सबब बना है. पाटन से किशुनपुर तक जो बिजली के तार लगे हैं, वह काफी जर्जर हो चुके हैं. आये दिन हवा में टूटकर गिर जाते है, जिसके कारण ग्रिड में बिजली रहने के बाद भी इलाके के लोगों को बिजली से वंचित रहना पड़ता है.
पिछले दिनों जर्जर बिजली तार को ही लेकर पाटन के लोगों का आक्रोश सामने आया था. तब कॉवर बिजली तार लगाये जा रहे है. लोगों का कहना है कि यदि बिजली की स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो वे लोग आंदोलन की रणनीति तय करेंगे.