सात सूत्री मांगों को लेकर पुलिस कर्मियों ने उपवास रख कर दिया धरना
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आंदोलन का तीसरा चरण 28 से होगा
सात सूत्री मांगों को लेकर पुलिस कर्मियों ने उपवास रख कर दिया धरना मेदिनीनगर : सात सूत्री मांगों को लेकर पुलिसकर्मियों का चरणबद्ध आंदोलन चल रहा है. आंदोलन के प्रथम चरण में पुलिस कर्मियों ने 12 से 14 फरवरी तक काला बिल्ला लगाकर ड्यूटी किया. वहीं आंदोलन के दूसरे चरण के तहत 20 फरवरी को […]
मेदिनीनगर : सात सूत्री मांगों को लेकर पुलिसकर्मियों का चरणबद्ध आंदोलन चल रहा है. आंदोलन के प्रथम चरण में पुलिस कर्मियों ने 12 से 14 फरवरी तक काला बिल्ला लगाकर ड्यूटी किया. वहीं आंदोलन के दूसरे चरण के तहत 20 फरवरी को पुलिस कर्मियों ने सामूहिक उपवास रहकर पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के समक्ष धरना दिया.
धरना सभा की अध्यक्षता झारखंड पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मंगल सिंह सोय ने की. संचालन झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष लालेश्वर राम ने किया.
धरना कार्यक्रम के दौरान झारखंड पुलिस एसोसिएशन, झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन एवं चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ के लोगों ने काफी संख्या में भाग लिया. इस दौरान पुलिस कर्मी अपने मांगों के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे.पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष लालेश्वर राम ने कहा कि मांग पूरा होने तक आंदोलन जारी रहेगा. सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से ले और उसे पूरा करने की दिशा में त्वरित कार्रवाई करें. झारखंड पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मंगल सिंह सोय ने कहा कि उनलोगों की सभी मांग जायज है. सरकार को चाहिए कि उनकी मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार करें और आंदोलन को समाप्त कराने के दिशा में सकारात्मक पहल करे. मांगों के समर्थन में उनलोगों का चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा. सामूहिक उपवास व धरना सभा के बाद भी सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो आंदोलन का तीसरा चरण 28 फरवरी से शुरू होगा. इसके तहत सभी पुलिस कर्मी चार मार्च तक पांच दिनों का सामूहिक अवकाश पर चले जायेंगे.
एसोसिएशन के लोगों ने बताया कि 7 सूत्री मांगों के तहत पीएम द्वारा घोषित 13 माह का वेतन भुगतान करने, सीमित विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा की प्रक्रिया को समाप्त कर पुलिस अवर निरीक्षक के खाली पड़े पदों को प्रोन्नति से भरने, सातवें वेतन आयोग के अनुशंसा को लागू करने, एसीपी व एमएसीपी के लंबित मामलों का शीघ्र निष्पादन करने, नये पेंशन नियमावली की जगह पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने, शहीद या मृत पुलिस कर्मियों के आश्रित पुत्र को नौकरी देने के मामले में उम्र सीमा की छूट देने एवं आश्रित परिजनों को मिलने वाली राशि में से 25 प्रतिशत माता-पिता को देने तथा वरीय पुलिस पदाधिकारियों की तरह ही कनीय पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की मांग सरकार से की गयी है.
इसी मांग को लेकर पुलिस कर्मी आंदोलनरत है. धरना कार्यक्रम में झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष नीलांबर गोप, कृष्ण कुमार, सुशील मार्शल सोरेन, सबरे आलम, मनोज पांडेय, झारखंड पुलिस एसोसिएशन के सचिव जयप्रकाश सिंह, शैलेंद्र, अब्दुल मनान, दशरथ, चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संजय ठाकुर, मंत्री दीपक महतो आदि पुलिस कर्मी शामिल थे.
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