11.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जन संवाद : गलत प्राक्कलन बनानेवाले अभियंताओं पर होगी कार्रवाई

मेदिनीनगर : जीएलए कॉलेज परिसर में स्टेडियम निर्माण के मामले में प्राक्कलन तैयार करने वाले अभियंताओं पर कार्रवाई होगी. मुख्यमंत्री जन संवाद के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने यह निर्देश दिया है. जीएलए कॉलेज के अधूरे स्टेडियम का मामला मंगलवार को मुख्यमंत्री जन संवाद में पहुंचा था. मालूम हो कि जीएलए कॉलेज परिसर […]

मेदिनीनगर : जीएलए कॉलेज परिसर में स्टेडियम निर्माण के मामले में प्राक्कलन तैयार करने वाले अभियंताओं पर कार्रवाई होगी. मुख्यमंत्री जन संवाद के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने यह निर्देश दिया है. जीएलए कॉलेज के अधूरे स्टेडियम का मामला मंगलवार को मुख्यमंत्री जन संवाद में पहुंचा था. मालूम हो कि जीएलए कॉलेज परिसर में स्टेडियम निर्माण का कार्य वित्त वर्ष 2005-06 में शुरू हुआ था.

स्टेडियम का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया था. लेकिन मैदान का समतलीकरण के कार्य के लिए प्राक्कलन में प्रावधान नहीं किया गया था. प्राक्कलन के पुनरीक्षण के लिए कई बार संचिका पर्यटन विभाग को भेजी गयी. लेकिन अपेक्षित कार्रवाई नहीं हुई. इस कारण 75 लाख से अधिक खर्च होने के बाद भी स्टेडियम का उपयोग नहीं हो सका है और यह बनकर बेकार पड़ा हुआ है. 2008 से प्राक्कलन पुनर्रीक्षण के लिए प्रस्ताव जा रहा है पर कार्रवाई नहीं हो रही है. इस मामले को हाल में ही प्रभात खबर ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. मंगलवार को जब यह मामला जन संवाद पहुंचा, तो बताया जाता है कि मुख्यमंत्री ने पूरा मामला जानने के बाद त्रुटिपूर्ण प्राक्कलन बनाने वाले अभियंताओं पर कार्रवाई का निर्देश दिया.

फैक्टशीट जीएलए कॉलेज में स्टेडियम निर्माण का कार्य 2005-06 में शुरू हुआ था. स्टेडियम तो बन गया था. लेकिन मैदान में पेड़ पौधे थे. उसके समतलीकरण के लिए कार्य किया जाना था. स्टेडियम निर्माण के लिए पर्यटन विभाग ने राशि स्वीकृत की थी. यद्यपि बाद में पर्यटन विभाग ने ही इस योजना को बंद कर दिया. इसकी कार्यकारी एजेंसी विशेष प्रमंडल है. बताया गया कि 2008 में ही यह योजना बंद कर दी गयी है. अब मामला मुख्यमंत्री जन संवाद तक पहुंच गया है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अब इस मामले का हल निकलेगा.

पूरा होने से क्या होगा लाभ

यदि जीएलए कॉलेज स्टेडियम का निर्माण कार्य पूर्ण होगा, तो लोगों को लाभ होगा. क्योंकि जिला मुख्यालय मेदिनीनगर में पुलिस स्टेडियम को छोड़कर दूसरा कोई स्टेडियम नहीं है. सुरक्षा कारणों से सभी आयोजन पुलिस स्टेडियम में नहीं होता पाता. इस वजह से भी एक स्टेडियम की जरूरत है. जब स्टेडियम का निर्माण शुरू हुआ था, तो लोगों में उम्मीद जगी थी. लेकिन निर्माण के 11 वर्ष से अधिक बीत जाने के बाद भी जीएलए कॉलेज का स्टेडियम उपयोग के लायक नहीं हो सका.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें