पाकुड़ : जिले के पाकुड़िया थाना में बुधवार को टेबल पर रखे पेपरवेट नुमा सामग्री के गिर जाने से ब्लास्ट हुए मामला भले ही जांच का विषय है. परंतु उपरोक्त घटना ने पुलिस की लापरवाही की पोल खोल कर रख दी है. पुलिस के मुताबिक 7-8 माह पूर्व से ही मुंशी के टेबल पर ब्लैकटेप से लपेट कर रखा गया,
उपरोक्त सामग्री विस्फोटक था. इसका अनुमान गिर कर ब्लास्ट होने के बाद पुलिस को लगी. यहां सवाल यह है कि जब इतने समय से पेपरवेट के रूप में गैर जिम्मेदाराना तरीके से पुलिस उपरोक्त विस्फोटक सामग्री का उपयोग कर रही थी तो आखिर इस चीज की जानकारी कैसे नहीं पुलिस को हुई.
घटना के बाद पुलिस ने जो अनुमान लगाया है उसके अनुसार बताया जा रहा है कि पहले कभी हुए जब्त विस्फोटक के कुछ नमूने को ब्लैकटेप से साट कर रखा गया होगा. जिसे जांच के लिए भेजा जाना था. पर ऐसा नहीं हुआ और बाद में इसे पेपरवेट के रूप में टेबल पर उपयोग किया जाना लगा.
आखिर सवाल यह उठता है कि यदि जब्त विस्फोटक के नमूने के रूप में ही अगर उपरोक्त सामग्री को ब्लैकटेप से साट कर रखा गया था तो आखिर इतनी बड़ी लापरवाही पुलिस से कैसे हुई? आखिर इस लापरवाही के जिम्मेदार कौन है? बहरहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.