साहिबगंज : वैसे मोहल्ले जहां बाढ़ का पानी कम हुआ है, वहां की स्थिति नारकीय बनी हुई है. मच्छरों, बदबू व गंदगी से लोगों की नींद हराम है. महामारी की आशंका से लोग सहमे हुए हैं. इन मोहल्लों में ब्लीचिंग पाउडर व चूना का छिड़काव करने के बजाय नगर पर्षद आराम फरमा रहा है. कई नालियां भी जाम पड़ी है.
गौरतलब है कि गंगा का जलस्तर बढ़ने से तालबन्ना, रसुलपुर दहला, भरतिया कॉलोनी, शोभनपुर भट्ठा, हबीबपुर, चानन, क बूतरखोपी, कमलटोला सहित कई मोहल्लों के घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया था. कॉलेज व हॉस्टल के मैदान कई दिनों तक पानी से भरा रहा. अब घरों व खाली मैदान से पानी निकलने लगा है. इसके साथ ही वहां से बदबू भी उठने लगा है.
मच्छरों की संख्या बढ़ रही है. इसको देखते हुए गुरूवार को नप अध्यक्ष राजेश गौंड ने निरीक्षण भी किया. लोगों ने कीचड़ हटाने व चूना–गैमेक्सिन के छिड़काव की मांग की. लोगों ने कहा कि यदि शीघ्र ही सफाई नहीं हुई तो महामारी भी फैल सकती है. अध्यक्ष ने संबंधित पदाधिकारी को सफाई कराने व कीटनापाशक दवाओं का छिड़काव का निर्देश दिया.