पाकुड़ : पाकुड़ प्रक्षेत्र में पदस्थापित रेंजर किशोर कुमार ने बीते रात्रि वन विभाग परिसर स्थित अपने क्वार्टर में पंखे के सहारे फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. घटना की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ श्रवण कुमार, नगर थाना प्रभारी इंदु शेखर झा मौके पर पहुंच कर मामले की जानकारी लिया. एसडीपीओ श्रवण कुमार को रेंजर […]
पाकुड़ : पाकुड़ प्रक्षेत्र में पदस्थापित रेंजर किशोर कुमार ने बीते रात्रि वन विभाग परिसर स्थित अपने क्वार्टर में पंखे के सहारे फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. घटना की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ श्रवण कुमार, नगर थाना प्रभारी इंदु शेखर झा मौके पर पहुंच कर मामले की जानकारी लिया. एसडीपीओ श्रवण कुमार को रेंजर किशोर कुमार के रिश्तेदार ब्रजेश नंदन ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार की रात्रि करीब 10 बजे खाना खाने के बाद वह अपने कमरे को बंद कर सो गया था.
"तीन पुलिसकर्मियों के जिम्मे 24 घंटे थाना छोड़ देते हैं, आत्महत्या नहीं करेगा तो क्या करेगा"
शनिवार को सुबह 10 बजे तक जब कमरा नहीं खुला तो खिड़की से देखने पर उसका शव पंखे से झूलता पाया. इसके सूचना वन विभाग के अन्य कर्मचारियों को देते हुए दरवाजा तोड़ कर उसके शव को नीचे उतारा गया. घटना को लेकर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है. पुलिस ने घटना की जानकारी परिजनों को दे दी है.
डिप्रेशन में जी रहे थे रेंजर
मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2007 से पाकुड़ वन विभाग में पदस्थापित रेंजर किशोर कुमार पिछले एक वर्ष से बीमार थे. पिछले माह ही वह बैंगलोर से अपना इलाज करा कर लौटे थे. बिहार के छपरा जिला के वह रहने वाले थे. वर्तमान में वह अपने पत्नी, दो पुत्र व एक पुत्री को रांची में रखे हुए थे. बीमार रहने के कारण लगातार वह डिप्रेशन में रहने लगे थे. मानसिक तनाव की स्थिति में उन्होंने बिते रात्रि फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. हालांकि पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
एसडीपीओ श्रवण कुमार ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार लंबे समय से बीमार रहने के कारण रेंजर किशोर कुमार डिप्रेशन में रह रहे थे. पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है.