पाकुड़. जुलूस निकालने व पुलिस के साथ नोक-झोंक का मामला
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पीएफआइ के प्रदेश उपाध्यक्ष सहित 43 सदस्य भेजे गये जेल
पाकुड़. जुलूस निकालने व पुलिस के साथ नोक-झोंक का मामला पाकुड़ : अपनी मांगों को लेकर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के बैनर तले निकाले गये जुलूस के दौरान पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच हुए नोक-झोक व पत्थरबाजी मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पीएफआइ के पदाधिकारी सहित कुल 43 लोगों को गुरुवार को […]
पाकुड़ : अपनी मांगों को लेकर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के बैनर तले निकाले गये जुलूस के दौरान पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच हुए नोक-झोक व पत्थरबाजी मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पीएफआइ के पदाधिकारी सहित कुल 43 लोगों को गुरुवार को जेल भेज दिया.
एसडीपीओ श्रवण कुमार के मौजूदगी में पुलिस निरीक्षक सह नगर थाना प्रभरी इंदुशेखर झा के नेतृत्व में कड़ी सुरक्षा के बीच सभी अभियुक्तों को कोर्ट में प्रस्तुत कर जेल भेजा गया. साथ ही कई लोगों को बांड भरकर थाना से छोड़ दिया गया. गौरतलब हो कि बुधवार को पुलिस पदाधिकारी व जवानों ने जुलूस में शामिल कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था.
पीएफआइ के प्रदेश उपाध्यक्ष…
घटना के बाद किसी प्रकार की तनाव उत्पन्न न हो इसको लेकर एसपी शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल के निर्देश पर शहर के विभिन्न चौक-चौराहे में पुलिस पदाधिकारी के साथ पुलिस जवानों की तैनाती की गयी थी. वहीं पुलिस टीम लगातार क्षेत्र में गश्ति करते दिखे. मौके पर एसडीपीओ श्रवण कुमार, पुलिस निरीक्षक सह नगर थाना प्रभारी इंदुशेखर झा, पुलिस निरीक्षक शिवशंकर तिवारी, राजचन्द्र राम, मुफसिल थाना प्रभारी लव कुमार, मालपहाड़ी ओपी थाना प्रभारी सुकुमार टुडु, हिरणुपर थाना प्रभारी अवधेष कुमार सिंह के अलावे अन्य पुलिस जवानों मौजूद थे.
सीओ के बयान पर हुई प्राथमिकी दर्ज :
उपरोक्त मामले को लेकर सीओ प्रशांत लायक के लिखित बयान पर पुलिस ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की है. दिये आवेदन में श्री लायक ने बताया है कि पॉपुलर फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल कबीर के निर्देश पर प्रदेश उपाध्यक्ष हंजला शेख, सचिव अब्दुल हन्नन एवं पूर्व सचिव हबीबुर रहमान के नेतृत्व में बुधवार को अपने मांगों को लेकर बिना अनुमति के ही जुलूस निकाला गया. उक्त जुलूस में शामिल कुल 300 कार्यकर्ताओं ने हाथ में डंडा, बैनर, झंडा, तलवार, चाकू आदि लेकर नारा लगाते हुए नगर थाना की ओर बढ़ते गये. हम लोगों द्वारा जुलूस में शामिल पीएफआइ के सदस्यों को काफी समझाया.
इसके बाद कार्यकर्ताओं ने नगर थाना के समीप भड़काऊ नारा लगते हुए सड़क जाम कर दिया गया. साथ ही जुलूस में शामिल कार्यकर्ताओं की ओर पुलिस पदाधिकारियों के साथ गली-गलौज व पथराव करते हुए पुलिस के सरकारी हथियार को भी छिनने का प्रयास किया गया. पुलिस ने मामले को लेकर पीएफआई के प्रदेश उपाध्यक्ष मनिरामपुर निवासी हंजला शेख, सचिव फरसा निवासी हबीबुर रहमान, साहिबगंज जिले के गुमानी स्थित चांदपुर निवासी समीम अख्तर, रहसपुर निवासी सहेबुल रहमान, रणडांगा निवासी हरेज शेख, संग्रामपुर निवासी तोहेदूर रहमान, रणडांगा निवासी फेकारूल शेख के सहित 43 नामजद अभियुक्त के अलावे कुल 250 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई. पुलिस ने मामले को लेकर कांड संख्या 86/16 भादवी की धारा 147, 148, 149, 341, 323, 332, 333, 308, 353, 384, 120 के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुए कुल 43 पीएफआइ के सदस्यों को जेल भेज दिया है.
डीआइजी ने पाकुड़ पहुंच ली मामले की जानकारी
पीएफआइ ओर से निकाले गये जुलूस के दौरान हुई पुलिस पर पथराव व नोक-झोंक मामले की सूचना मिलते ही दुमका प्रक्षेत्र के डीआईजी अखिलेश कुमार झा बुधवार की देर शाम को पाकुड़ स्थित परिसदन पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली. साथ ही उपरोक्त मामले में हिरासत में लिये गये कार्यकर्ताओं पर उचित कार्रवाई किये जाने को लेकर कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. डीआईजी श्री झा ने कहा कि घटना के बाद क्षेत्र में किसी प्रकार की तनाव की स्थित ना बने इसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष नजर रखें. मौके पर एसपी शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल सहित अन्य मौजूद थे.
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