11 फरवरी को नरकोपी से मिला था शव
लोहरदगा : लोहरदगा के एक कॉलेज की छात्रा को अगवा कर उसकी हत्या कर दी गयी. 11 फरवरी को अखबारों में नरकोपी में अज्ञात लड़की का शव मिलने की खबर छपने के बाद परिजनों ने फोटो देख कर अगवा की गयी छात्रा दीपा को पहचाना. छात्रा आठ फरवरी को शाम तीन बजे ट्यूशन के लिए अपने घर से निकली थी जो वापस नहीं लौटी. परिजनों द्वारा काफी खोजबीन किये जाने के बाद लोहरदगा थाने में इसकी गुमशुदगी का सन्हा दर्ज कराया गया था. 19 वर्षीय दीपा यादव ब्लॉक मोड़ निवासी पूर्व सैनिक रामप्रसाद गोप की बेटी थी.
वह छतरबगीचा में अंग्रेजी का ट्यूशन करने जाया करती थी. आठ फरवरी को ट्यूशन जाने के लिए निकली फिर घर नहीं लौटी. दीपा की हत्या के बाद कुछ छात्राओं से पता चला कि एक लड़का स्कूटी पर आया था. उसने चेहरा ढक रखा था. छात्राओं ने बताया कि पहले भी कई बार उस चेहरा ढके लड़के साथ उसे देखा गया था. शक के आधार पर परिवारवालों ने भुनेश्वर उरांव नामक उस लड़के के हरमू रोड स्थित किराये के मकान पर भी पहुंचे थे, लेकिन वह नहीं मिला. बताया जाता है कि जब दीपा मैट्रिक में थी तब भुनेश्वर उरांव उसे ट्यूशन पढ़ाया करता था. इधर दीपा की हत्या के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. परिजन अपनी बेटी को न्याय दिलाने और आरोपी को सजा देने की मांग कर रहे हैं. इस संबंध में एसडीपीओ अरविंद कुमार वर्मा का कहना है कि मामला बेड़ो थाना का है इसलिए मामले को बेड़ो थाना के डीएसपी को सौंप दिया गया है. लोहरदगा पुलिस दोषी को सजा दिलाने में पूरा सहयोग करेगी.