बेतला : विवाहिता किरण देवी का शव उसके ससुराल के घर के बाहर रात भर लावारिस पड़ा रहा. शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस शव को मृतका के ससुराल लेकर पहुंची थी. उस समय मायके वाले भी मौजूद थे. लेकिन मायकेवालों ने किरण शव को वहीं छोड़ दिया और किरण के बच्चे को अपने साथ लेकर चले गये. इसके बाद से शव दरवाजे पर पड़ा रहा. सुबह किरण की हत्या के आरोपी पति के सहोदर भाइयों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया.
गोतिया का भी कोई पहुंचा. इसके बाद गांव वालों ने शव को उठाकर अंतिम संस्कार के लिए ले जाना चाहा तब गोतिया के कुछ लोग वहां पहुंचे और शव लेकर श्मशान घाट पहुंचे. लेकिन किरण का कोई भी ससुरालवाला मुखाग्नि देने को तैयार नहीं हुआ.
बाद में पुलिस किरण के पति उपेंद्र प्रसाद व ससुर सत्यनारायण साव को लेकर आयी. इसके बाद उपेंद्र प्रसाद ने शव को मुखाग्नि दी. गौरतलब है कि गुरुवार की देर रात किरण की संदिग्ध परिस्थितियों में जलने से ससुराल में मौत हो गयी थी. इस संबंध में किरण के परिजनों ने पति, सास, ससुर सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है.
किरण को हमेशा प्रताड़ित करते थे ससुरालवाले
ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि किरण देवी को हमेशा प्रताड़ित किया जाता था. जिस रात उसकी मौत हुई, उस रात पड़ोस में शादी थी. डीजे साउंड बज रहा था, इसलिए किसी ने किरण के चीखने-चिल्लाने की आवाज नहीं सुनी.
ससुरालवालों ने साक्ष्य मिटाने के लिए किरण की हत्या कर शव को जलाने की कोशिश की होगी. प्रभारी थानेदार लक्ष्मण बैठा ने भी इस मामले को प्रथम दृष्टया हत्या ही बताया है. उन्होंने कहा कि शव को देख यह नहीं लगता कि किरण ने आत्महत्या की होगी. जहां शव पड़ा था, वहां कपड़े या अन्य सामान के जलने व बिखरने के निशान नहीं पाये गये. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा कि हत्या की गयी है या नहीं.