सीआरपीएफ के समादेष्टा श्री सिंह ने बताया कि चिकित्सा व दवा के अभाव में दो की मौत हो गयी है. गांव में कैंप कर रहे सीआरपीएफ अधिकारी ने बताया कि पर्याप्त दवा नहीं होने से लोगों का समुचित इलाज नहीं कर पा रहे है. फिलवक्त एक दर्जन से अधिक ग्रामीण मलेरिया से प्रभावित है. उन्होंने प्रभात खबर के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग से अविलंब कैंप लगाये जाने की मांग की है.
लाटू गांव गारू प्रखंड मुख्यालय से 50 किमी दूर नक्सलियों के पनाहगार बूढा पहाड़ के नजदीक जंगलों व पहाड़ों से घिरा हुआ है, जहां चिकित्सा व्यवस्था नगण्य है. गांव के लोग भगवान भरोसे रहते है. दुरूह व सुदूरवर्ती क्षेत्र होने से ग्रामीण शिक्षा व चिकित्सा व्यवस्था से वंचित है.