कोडरमा बाजार : महाशिवरात्रि के मौके पर जिले के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल ध्वजधारी धाम में दो दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव सोमवार को शुरू हुआ. महोत्सव के पहले दिन पहाड़ की चोटी से लेकर तलहटी तक शिव भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. आलम यह था कि समाहरणालय परिसर से लेकर धाम तक भक्तों का रेला लगा रहा. इस दौरान हर-हर महादेव, जय भोलेनाथ, बोल बम का जय घोष से क्षेत्र गूंजता रहा. देर शाम तक भक्तों ने भगवान शिव माता पार्वती की पूजा-अर्चना कर मंगल कामना की.
साथ ही 777 सीढ़िया चढ़ कर पहाड़ की चोटी पर स्थित शिवलिंग का जलाभिषेक किया. एक अनुमान के मुताबिक पहले दिन करीब 65 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया. इससे पहले सुबह करीब 11 बजे महोत्सव का उद्घाटन धाम के मुख्य महंत महामंडलेश्वर सुखदेव दास जी महाराज व मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने संयुक्त रूप से किया.
अपने संबोधन में डाॅ यादव ने कहा कि देश में जहां भी शिवालय है वहां किसी न किसी रूप में शिवगंगा भी विराजी हुई है, मगर कर्दम ऋषि के तपोस्थली में स्थित ध्वजधारी धाम धाम में इसकी व्यवस्था नहीं होने के कारण कमी महसूस की जा रही है. यदि वन विभाग व स्थानीय लोगों का सहयोग मिला तो आनेवाले दिनों में यहां शिवगंगा बनायी जायेगी. इसके पहले उन्होंने लोगों को शिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान शिव निराले और दयालु हैं.
वे सबों के दुखों को हरने वाले हैं. उन्होंने मेला परिसर को साफ और स्वच्छ रखने में सहयोग करने तथा शांति व्यवस्था बनाये रखने में प्रशासन की मदद करने की अपील की. मुख्य महंत महामंडलेश्वर सुखदेव दास जी महाराज ने कहा कि सबके सहयोग से धाम उन्नति कर रहा है. भगवान शिव की कृपा सब पर बनी रहे. भगवान भोलेनाथ के आशीर्वाद से इस धाम का नाम विश्व प्रसिद्ध कुंभ मेले में हुआ. हमें वहां जगह मिली. नगर पंचायत अध्यक्ष कांति देवी ने सबों को शांति व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग करने की अपील की.
मौके पर एसडीओ विजय वर्मा, कोडरमा थाना प्रभारी राम नारायण ठाकुर, डीटीओ संतोष सिंह, डीएसपी संजीव सिंह, विजय यादव, राजकुमार यादव, मनोज कुमार, सीमा कुमारी, मंटू विश्वकर्मा, गजेंद्र राम, मुन्ना राम, मनीष कुमार, प्रेम साव, उत्तम कुमार, अशोक यादव, सुरेश यादव, अरुण लाल, यमुना यादव, अजीत गोराई, सुनील यादव आदि मौजूद थे.
आकर्षक विद्युत सज्जा से बढ़ी रौनक, सीसीटीवी से निगरानी : पूरे पहाड़ परिसर और मुख्य द्वार तथा पहाड़ की चोटी तक आकर्षक विद्युत व्यवस्था की गयी है. पहाड़ परिसर को पूरी तरह सजाया गया है. श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए समुचित व्यवस्था की गयी. जगह-जगह पर पेयजल व शौचालय की व्यवस्था की गयी है. साथ ही कई जगहों पर तोरणद्वार बनाये गये हैं.
महाशिवरात्रि के मौके पर कोडरमा समेत हजारीबाग, चतरा, गिरिडीह व बिहार राज्य के सीमावर्ती जिला नवादा और गया से भी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. वहीं भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद नजर आयी. पहाड़ एवं आसपास के मंदिरों व प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं, जिससे पूरे मेले पर नजर रखी जा रही है. इसके अलावा चप्पे-चप्पे पर महिला व पुरुष बल की तैनाती की गयी है.
वैदिक रीति-रिवाज से हुआ विवाह
रात्रि में देवाधिदेव भगवान महादेव और माता पार्वती का विवाह कार्यक्रम स्थानीय पुरोहित प्रयाग पांडेय के द्वारा संपन्न करायी गयी. इसके पूर्व भगवान महादेव की भव्य बारात निकाली गयी. विवाह उपरांत भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा अर्चना की गई. तिलैया में भी थाना परिसर से शिव की बारात निकाली गयी जो जीआरपी मंदिर गयी. इससे पहले विभिन्न शिवलायों में भक्तों की भीड़ जलाभिषेक के लिए उमड़ी. इससे पहले महाशिवरात्रि के मौके पर करीब सौ से भी अधिक बच्चों का मुंडन संस्कार किया गया
वाहनों के रूट बदले गये : ध्वजधारी धाम में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए दो दिनों के लिए गाड़ियों के रूट में बदलाव किया गया. पंजाब होटल के समीप स्थित हनुमान मंदिर से गाड़ियों का रूट में परिवर्तन किया गया था. बड़े वाहनों को हनुमान मंदिर से होते हुए लोकाई स्थित संत क्लेयर्स स्कूल के निकट से बाइपास होते हुए बागीटांड़ की ओर निकाला जा रहा था. इसी तरह पटना की ओर से आने वाले वाहनों को भी इसी मार्ग से रांची या अन्य गंतव्य स्थान की ओर रवाना किया गया. सिर्फ छोटे वाहनों को हनुमान मंदिर से कोडरमा बाजार होते हुए समाहरणालय तक जाने की अनुमति थी.