खूंटी : स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन में मुरहू, कर्रा व रनिया का प्रदर्शन काफी दयनीय है. प्रखंड के अस्पतालों में संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, प्रसव पूर्व जांच आदि का समुचित लाभ ग्रामीणों को नहीं मिला.
यह बात स्टेट स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों के क्षेत्र में समीक्षा के माध्यम से सामने आयी. इस दौरान विभाग की टीम सदस्यों ने उक्त तीन प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक, उपकेंद्र में कार्यरत एएनएम, सहिया के साथ बैठक की. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख प्रवीण चंद्रा ने कहा कि विभाग ग्रामीणों को समुचित लाभ देने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व उपकेंद्र में सभी सुविधा उपलब्ध करा रहा है. इसके बावजूद उक्त तीन प्रखंडों का ओवरऑल प्रदर्शन काफी खराब है. उन्होंने प्रखंड के संबंधित लोगों को संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, प्रसव पूर्व जांच आदि का लक्ष्य जल्द पूरा करने को कहा. अन्यथा दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी. स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ अजीत प्रसाद ने कहा कि चिकित्सक, एएनएम व सहिया अपनी जिम्मेवारियों से भाग नहीं सकते हैं. खराब प्रदर्शन में अविलंब सुधार करें.
अगर कोई समस्या हो तो विभाग को जानकारी दें, यथासंभव समस्या का निराकरण किया जायेगा. बैठक में अधिकारी उक्त तीन प्रखंडों के तीन-तीन सबसे खराब प्रदर्शन करनेवाले स्वास्थ्य उपकेंद्रों के एएनएम व सहिया से एक-एक कर रूबरू हुए. एक सहिया ने बताया की ग्रामीणों के मजदूरी के लिए बाहर जाने के कारण प्रदर्शन खराब रहा. इस पर अधिकारी बिफर पड़े. कहा कि वे बहाने नहीं, अपनी जिम्मेवारियों को समझें, तभी प्रदर्शन में सुधार हो सकता है. जरूरत पड़ी तो पुन: उक्त तीनों प्रखंडों के प्रदर्शन की समीक्षा की जायेगी.
बैठक में शामिल लोग : बैठक में निदेशक जेपी संगा, स्टेट प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर अकाइ मिंज, एफओ मारसिला रमन, सीएस डॉ बिनोद उरांव, डीएस डॉ रामरेखा प्रसाद, डीपीएम काननबाला तिर्की, मनीर अहमद, चंद्रशेखर जायसवाल, डॉ अमर, डॉ एन मांझी, संतोष कुमार, सुनीता दास सहित सभी प्रखंडों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक आदि मौजूद थे.