पिपरवार : पिपरवार क्षेत्र के कोयला लिफ्टरों ने कोयला लैप्स हो जाने के डर से गुरुवार को पिपरवार व अशोका की कोयला ढुलाई बंद करा दी. अशोक परियोजना पांच नंबर कांटा घर के निकट बड़ी संख्या में कोयला व्यवसाय से जुड़े लोगों का हुजूम लग गया. ट्रांसपोर्टिंग बंद होने के बाद प्रबंधन हरकत में आया. पिपरवार पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी. इस आंदोलन में पप्पू सोनी, प्रवेश सिंह, ललेश महतो, बदरूद्दीन अंसारी, राहुल पांडेय, मुकेश सहित काफी संख्या में लिफ्टर व कोयला व्यवसाय से जुड़े लोग शामिल थे. दोपहर में पिपरवार पीओ विमलकांत शुक्ला, एरिया सिक्युरिटी ऑफिसर कैप्टन एमके सिंह व सीआइएसएफ के प्रभात साहू के साथ मौके पर पहुंचे और आंदोलनरत लोगों को समझाने का प्रयास किया. पांच नंबर कांटा बंद रहने से हो रही परेशानी को लेकर प्रबंधन ने वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में दूसरे कांटाघर से काम चालू कराये जाने का आश्वासन दिया.
पीओ ने भरोसा दिलाया कि डीओ होल्डरों का कोयला लैप्स नहीं होने दिया जायेगा. इसके बाद लिफ्टरों ने जाम हटाया. इसके बाद कोयला ढुलाई शुरू हुई. इस बीच मिली जानकारी के अनुसार कांटा लाइनिंग व टोकन के पैसे का भुगतान पिछले तीन माह से नहीं किये जाने के विरोध में मंगरदाहा के ग्रामीण विस्थापितों ने कांटाघर का काम दो दिनों से बंद कर दिया था.