जिले में शुरू किये गये लैब टैब पूरे झारखंड के लिए एक उदाहरण बनेगा
अगले दो वर्ष में खूंटी को पूर्ण रूप से विकसित जिला बनाया जायेगा
खूंटी : शिक्षा मानव सशक्तीकरण की सबसे बड़ी ताकत है. इसलिए सरकार विद्यार्थियों हाइटेक शिक्षा देने के लिए कई प्रयास कर रही है. जिले के सभी स्कूलों को अच्छा बनाने का प्रयास किया हो रहा है. बच्चे लगातार स्कूल जाएं, इसलिए स्कूलों में मध्याह्न भोजन और ड्रेस दिया जा रहा है. खूंटी जिले को ज्ञान भूमि के रूप में विकसित किया जा रहा है. यह बातें बुधवार को ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने मुरहू के गनालोया स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय में सीजी स्लेट डिजिटल टैब लैब के उद्घाटन समारोह में कही.
उन्होंने आगे कहा कि खूंटी जिले में शुरू किये गये लैब टैब पूरे झारखंड के लिए एक उदाहरण बनेगा. उन्होंने सभी अभिभावकों से अपने बच्चों को स्कूल भेजने की अपील की. कहा कि वर्ष 2000 से पूर्व गनालोया एक टापू की तरह था. आज गनालोया सहित आसपास के क्षेत्र को सड़क और पुल से जोड़ा गया है. जिले में भी लगातार विकास कार्य हो रहे हैं. सड़क, पुल, बिजली, पेयजल और शिक्षा के क्षेत्र में विकास हो रहा है. डीसी सूरज कुमार ने कहा कि सीजी डिजिटल टैब लैब में छात्र-छात्राओं को टैब के माध्यम से शिक्षा दी जायेगी. इसमें बच्चे ज्यादा बेहतर ढंग से सीख सकेंगे. इससे शिक्षा में गुणात्मक सुधार होगा.
इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जायेगी़. अच्छा रिजल्ट आने पर अन्य स्कूलों में भी शुरू किया जायेगा. आगे कहा कि जिले के हर पंचायत में एक स्कूल, एक आंगनबाड़ी केंद्र और एक स्वास्थ्य उपकेंद्र को मॉडल बनाया जा रहा है. अगले दो वर्ष में खूंटी को पूर्ण रूप से विकसित जिला बनाया जायेगा. भाजपा जिलाध्यक्ष काशीनाथ महतो ने भी शिक्षा की महत्ता पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम को डीडीसी अंजलि यादव, प्रमुख एलिस ओड़ेया, डीइओ अरुणा नाथ ने भी संबोधित किया. स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.