जामताड़ा : तेज हवा व मूसलाधार बारिश के बाद शहर की बिजली 18 घंटे से कटी रहने के कारण स्थानीय लोग आक्रोशित हो गये और दुमका रोड स्थित बिजली कार्यालय पहुंच कर धरना पर बैठ गये. लोगों का कहना था कि विभाग की लापरवाही के कारण शहर की बिजली प्रभावित हुई है. कहा कि जब विभाग को मालूम था कि बिजली मिस्त्री को चार माह से मानदेय नहीं मिला है,
तो पहले से कोई कदम क्यों नहीं उठाया गया. कहा, अब मिस्त्री के हड़ताल पर चले जाने से शहर में बिजली कैसे बहाल होगी ? इसे लेकर लोग धरना पर तब तक डटे रहने की बात कही जब तक की बिजली पुन: बहाल नहीं हो जाती. धरना पर सत्यजीत मिश्रा, महावीर सरावरी, अनूप पांडे, बाबू मुखर्जी समेत कई अन्य लोग उपस्थित थे.