जमशेदपुर : गोलमुरी दुसाध भवन के सामने नक्सलबाड़ी आंदोलन के 50 साल और आज संदर्भ में उसकी प्रासांगिकता विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया. 25 मई 1967 में पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के तराई वाले नक्सलबाड़ी थाना क्षेत्र में किसानों ने जमींदारी एवं शोषक राष्ट्र व्यवस्था के खिलाफ सशस्त्र आंदोलन की शुरुआत की थी.
आंदोलन में शहीद लोगों को शहीद बेदी पर पुष्पांजलि अर्पित कर और मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गयी. सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि व प्रवक्ता माले के केंद्रीय कमेटी के सदस्य कॉमरेड शुभेंदु सेन मौजूद थे. श्री सेन ने अपने संबोधन में कहा कि नक्सलबाड़ी के किसानों ने एक शोषण विहीन समाज के निर्माण का सपना देखा था. आज मजदूर, किसान व आम लोगों के हक व अधिकार की लड़ाई को तेज करना है. इस अवसर पर शंभु महतो, एसके राय, शियाशरण शर्मा, डा. राम कविंद्र सिंह, भरत यादव, श्याम किशोर समेत अन्य मौजूद थे.