राजनगर.चार युवकों की हत्या के संबंध में मामला दर्ज, भाई इम्तियाज खान ने पुलिस को दिये आवेदन में कहा
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सिराज के सीने पर चढ़कर कूद रहे थे ग्रामीण
राजनगर.चार युवकों की हत्या के संबंध में मामला दर्ज, भाई इम्तियाज खान ने पुलिस को दिये आवेदन में कहा सज्जाद ने अपनी पत्नी से फाेन पर कहा था कि बचा लो नहीं तो भोगी, कोंदा, बोड़ो भोजरो समेत अन्य लोग उसे मार देगा जमशेदपुर : राजनगर में हल्दीपोखर के चार युवकों की हत्या के मामले […]
सज्जाद ने अपनी पत्नी से फाेन पर कहा था कि बचा लो नहीं तो भोगी, कोंदा, बोड़ो भोजरो समेत अन्य लोग उसे मार देगा
जमशेदपुर : राजनगर में हल्दीपोखर के चार युवकों की हत्या के मामले में राजनगर पुलिस को चारों मृतक के परिजनों ने अलग-अलग लिखित शिकायत की है. पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गयी है. हल्दीपोखर निवासी मो इम्तियाज खान ने पुलिस को लिखित आवेदन में कहा है कि उनका भाई सिराज खान अपने दोस्त शेख हलीम की कार से शोभापुर जाने की बात कहकर 18 मई को सुबह चार बजे घर से निकला था. सुबह नौ बजे सिराज ने अपने भाई मो इम्तियाज को फोन किया और बचा कर ले जाने की बात कही.
सिराज खान ने भाई को बताया कि गांव में कुछ लोग उन्हें पहचानते हैं और जान से मारने के लिए गांव वालों को उकसा रहे हैं, जिसमें मुख्य रूप से भगिरथी ज्योतिषी उर्फ भोली, कोंदा, निभुन रजक, दिलीप, धुंतर, रघुनाथ टुडू, जोजो सोय, आनतू टुडू, हेमंत साहु, तपन साहु, सुमन साहु, लोगों को उकसा रहे हैं. यह कहने के बाद फोन कट कर दिया. इम्तियाज खान बाइक से शोभापुर गांव पहुंचे तो देखा कि उनका भाई खून से लतपथ होकर जमीन पर गिरा पड़ा है. उसके सीने पर सुरु माझी कूद रहा था. सैकड़ों की भीड़ होने की वजह से कोई मदद नहीं कर पाया और सिराज खान की उक्त सभी ने गांव वालों के साथ मिलकर हत्या कर दी.
नईम जानवर लेने जाने की बात कहकर घर से निकला था. घाटशिला के फुलपात गांव निवासी शेख गुलामुद्दी ने पुलिस को लिखित आवेदन में कहा है कि 16 मई को उनका छोटा भाई शेख नईम घर से राउरकेला के लिए निकला था. वहां पर 25 बैल खरीद कर रखा था. शेख नईम गाव के हाट से बड़े और छोटे जानवर को खरीदता था और मुनाफा लेकर बेचता था.
जानवर को लेने के लिए वह गया था. 17 मई की रात को आठ बजे शेख नईम अपने ससुराल पहुंचा और रात वहीं ठहरने के बाद अपने दोस्त शेख सलीम, सज्जाद उर्फ सज्जू, सिराज खान के साथ हलीम के साढू भाई मुर्तिजा के घर राजनगर के शोभापुर गांव जाने के लिए सुबह चार बजे निकला था. इस बीच खलेरे भाई सफीजुद्दीन उर्फ गोरखा ने फोन कर जानकारी दी कि मो नईम को गांव वाले पीट रहे हैं. सूचना पाकर वह खलेरे भाई के साथ शोभापुर गांव पहुंचे तो भाई खून से लतपथ जमीन पर बैठा था. इस बीच मिथुन रजक, भगिरथी ज्योतिषी, कान्हु ज्योतिषी, कोंदा ज्योतिषी, अजय ज्योतिषी, सीताराम साहू, दिलीप उर्फ बंकू, चुनाराम, जोकर मांझी, गुडरू ज्योतिषी, गणेश, पवन, बाटुल टुडू समेत अन्य ग्रामीण हथियार से लैश होकर प्रहार कर रहा था. किसी तरह से वह जान बचाकर वहां से भाग निकला.
सज्जाद की हत्या भोगी, कोंदा, बोड़ो, कान्हु समेत अन्य ने की .हल्दीपोखर निवासी मो. सलीम ने राजनगर थाना में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में कहा है कि 18 मई को उनका छोटा भाई सज्जाद उर्फ सज्जू(33) अपने हल्दीपोखर निवासी दोस्त शेख हलीम के साथ सुबह 4 बजे इंडिका कार ( जेएच05डी- 5322) से राजनगर थाना क्षेत्र के शोभापुर में रहने वाले हलीम के साढ़ु मुर्तजा के घर जाने की बात कह कर निकला था. लगभग 10.30 बजे सज्जु ने अपने दोस्त जमीलुद्दीन उर्फ पप्पू को फोन कर बताया कि शोभापुर गांव में कुछ लोगों ने कार को घेर लिया है अौर आग लगाने की बात कह रहे हैं. जल्दी बचाव की बात कह कर फोन बंद हो गया.
इसकी जानकारी पप्पू ने उन्हें दी तो वह तत्काल बाइक से अपने भाई को लेकर सोसोमोली पहुंचा और 20 फीट की दूरी से देखा कि सज्जु खून से लथपथ है अौर उस पर कमलपुर के रहने वाले भागीरती ज्योतिषी उर्फ भोगी, कोंदा ज्योतिषी, अजय ज्योतिषी, डांटू निवासी मिथुन रजक उर्फ बोड़ो भोदरो, आंटा टुडू (जोजोसाई ग्राम), गोपीनाथपुर के हेमंत साहु, तपन साहु, शुरू मांझी कुल्हाड़ी, भाला, चाकू, रड, डंडा एवं अन्य हथियार से प्रहार कर रहे हैं. उनके अलावा अौर लोग भी प्रहार कर रहे हैं.
यह देख वह अपनी गाड़ी लेकर अपने हल्दीपोखर गांव पहुंचा अौर गांव के मुखिया को घटना की जानकारी दी. मुखिया ने प्रशासन एवं स्थानीय पदाधिकारियों को जानकारी दी, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के कारण उनके भाई की जान नहीं बचायी जा सकी. इससे पूर्व दिन के 11.30 बजे सज्जाद की पत्नी अपने मोबाइल से सज्जाद के मोबाइल पर संपर्क की थी तो उसने अपनी पत्नी से कहा था कि उसे बचा लो नहीं तो भोगी, कोंदा, बोड़ो भोजरो समेत अन्य लोग मार देंगे अौर उनका फोन बंद हो गया था.
साढू के घर से खींचकर ले गये और कर दी शेख हलीम की हत्या
कोवाली थाना हल्दीपोखर मुुसलिम बस्ती निवासी शेख सलीम ने पुलिस को लिखित शिकायत में कहा है कि उनका छोटा भाई शेख हलीम 18 मई को सुबह चार बजे इंडिका कार (जेएच05डी-5322) से अपने तीन साथी को लेकर राजनगर के शोभापुर गांव में अपने साढ़ू के घर जाने का बात बोलकर निकला था.
सुबह आठ बजे शेख हलीम ने मोबाइल नंबर उन्हें फोन किया कहा कि हमलोगों को बचाकर ले जाओ नहीं तो दाबू, शुरु मांझी, सूरज, रास बिहारी, साम भट्ट एवं कृष्णा साढू के घर से खींचकर जिंदा जला देने की बाद कह रहे हैं. सूचना पाकर शेख सलीम स्कूटी से शोभापुर के दाडू गांव पहुंचे तो देखा कि लोग फरसा, कुल्हाडी, तलवार लिये है और बारी-बारी से शेख हलीम पर वार कर रहे हैं. हेलमेट पहने घटना को शेख सलीम ने देखा और फिर वापस अपने गांव लौटकर मुखिया को जानकारी दी. मुखिया ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस ने कोई मदद नहीं की और उसके भाई की हत्या हो गयी.
शेख हलीम 18 मई की सुबह चार बजे कार से अपने तीन साथी को लेकर राजनगर के शोभापुर गांव में अपने साढ़ू के घर जाने का बात बोल कर घर से निकला था
दो आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल
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