जमशेदपुर: टाटा कमिंस में काम का बहिष्कार कर रहे प्रशिक्षुओं में से आठ को प्रबंधन ने बरखास्त कर दिया है. इससे पूर्व मुन्ना शंकर पांडेय को स्थानांतरित किया गया था, लेकिन वह स्थानांतरित जगह पर नहीं गये. उन्हें प्रबंधन ने पहले ही बरखास्त कर दिया था. इसके बाद सभी प्रशिक्षुओं ने काम का बहिष्कार कर दिया है.
प्रशिक्षुओं के नेता मुन्ना शंकर पांडेय ने कहा है कि प्रशिक्षण पूरा करने के पश्चात सभी प्रशिक्षुओं को जमशेदपुर प्लांट में ही स्थायीकरण किया जाना चाहिए. इधर प्रशिक्षुओं ने विधायक रामदास सोरेन से मुलाकात कर उनसे सहयोग मांगा पर विधायक ने आचार संहिता लागू रहने की वजह से मामले में सहयोग करने में असमर्थता जतायी.
प्रशिक्षुओं की मांग : प्रशिक्षुओं का कहना है कि उन लोगों का प्रशिक्षण समाप्त हो चुका है. 130 में से 100 से अधिक प्रशिक्षुओं को एक साथ जमशेदपुर प्लांट में ही स्थायी किया जाये तथा शेष लोगों को भी एक वर्ष के भीतर स्थायी किया जाये.
जमशेदपुर में सभी का स्थायीकरण संभव नहीं
प्रबंधन का कहना है कि जमशेदपुर प्लांट में सभी का स्थायीकरण संभव नहीं है. इसलिए उन्हें दूसरी यूनिट में अवसर दिया गया, जिसे कुछ लोगों ने स्वीकार किया है. अन्य को पहले अस्थायी कर्मचारी के रूप में रखा जायेगा, जिसमें पीएफ, इएसआइ व वेतन बढ़ोतरी की सुविधा मिलगी. चरणबद्ध तरीके से स्थायीकरण भी किया जायेगा. प्रबंधन का कहना है कि एक साथ प्रशिक्षुओं का स्थायीकरण नहीं किया जा सकता. अनुशासनहीनता भी बरदाश्त नहीं की जायेगी.