जमशेदपुर. थोड़ी देर में लौट कर आने की बात कह कर दिव्या ओझा छोटा गोविंदपुर स्थित अपने घर मकान संख्या 96 से निकली थी. दिन भर बेटी के लौटने का इंतजार किया, लेकिन आयी उसकी मौत की खबर. दिव्या (18) की मां ने बताया कि सड़क दुर्घटना की खबर मिलने के बाद उसके चाचा मुरलीधर ओझा और उसके पिता अखिलेश्वर ओझा ने बारीपदा पुलिस से संपर्क किया.
इसके बाद सोमवार की सुबह दोनों बारीपदा पहुंचे. शव की शिनाख्त होने के बाद उसका पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाया. दुर्घटना में मृत मो. इरफान के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसके पिता मो. यकीम शव को लेकर बेंगलुरु के लिए रवाना हो गये जबकि अन्य घायलों को कटक अस्पताल रेफर कर दिया गया है. ओड़िशा पुलिस के अनुसार सभी कार से संभवत: पुरी घूमने जा रहे थे.
गौरतलब है कि रविवार की शाम ओड़िशा के बारीपदा एनएच-18 कालमा चौक के पास आल्टो कार ने खड़ी ट्रक को टक्कर मार दी थी. दुर्घटना में छोटा गाविंदपुर निवासी दिव्या ओझा और बेंगलुरु के इरफान की मौत हो गयी. बिष्टुपुर में गोल्डन इलेक्ट्रॉनिक के मालिक संजय गुप्ता का बेटा सौरभ गुप्ता, साकची जेल चौक निवासी नवीन तथा दूसरे शहर का एक अन्य युवक मनोज दुर्घटना में घायल हो गया था.
बारीपदा में हुआ अंतिम संस्कार. दिव्या की मां ने बताया कि दुर्घटना में दिव्या का चेहरा बुरी तरह कुचल गया था. इस कारण शव को जमशेदपुर नहीं लाया गया. परिवार के लोगों ने पोस्टमार्टम के बाद दिव्या के शव का अंतिम संस्कार बारीपदा बर्निंग घाट पर ही कर दिया.
चार बहन आैर दो भाई, पिता हवलदार. दिव्या की तीन बड़ी बहनें और दो छोटे भाई हैं. बहन में यह सबसे छोटी थी. नौवीं में अच्छा परिणाम नहीं आने के बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी थी. दिव्या के पिता झारखंड पुलिस में हवलदार हैं. वर्तमान में पाकुड़ जिला में पदस्थापित हैं. पढ़ाई छोड़ने के बाद दिव्या काम करने लगी थी.
3 जून को था दिव्या का जन्मदिन. दिव्या की मां ने बताया कि 3 जून को उसका जन्मदिन था. जन्मदिन आने को लेकर भी वह काफी उत्साहित थी.