जमशेदपुर : जमशेदपुर समेत कोल्हान में फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) की स्थिति अच्छी नहीं है, इससे मरीजों को बेहतर इलाज नहीं मिल पाता. इस कारण कई बार मरीजों की मृत्यु भी हो जा रही है. बिष्टुपुर माइकल जॉन प्रेक्षागृह में बुधवार को कोल्हान प्रमंडलीय स्वास्थ्य की समीक्षा में स्वास्थ्य विभाग अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने यह बात कही. उन्होंने सभी एफआरयू की स्थिति में तत्काल सुधार करने को कहा ताकि आम मरीजों को समय पर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके.
घंटों चली समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य सचिव ने पदाधिकारियों के साथ सरकार व स्वास्थ्य विभाग के विजन को साझा किया. कहा कि राज्य में जितना काम पिछले 70 सालों में हुआ है, उतना काम अगले दो वर्षों में किया जायेगा. इसकी शुरुआत एक साल पूर्व चुकी है. लक्ष्य को गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा करना है. सचिव ने स्वास्थ्य विभाग की कमियों को दुरुस्त करने का उपाय भी बताया. कहा कि केवल वेतन लेने वालों की जिला स्तर पर पहचान करें, खासकर नॉन परफॉर्मेंस वाले कर्मचारी हो या अधिकारी को पहले सचेत करें, सुधार का मौका दें, इसके बाद भी ना सुधार दिखे तो हटायें.
तीन माह में स्वास्थ्य बीमा योजना.सचिव ने बताया कि राज्य को तीन माह में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना से कवर किया जायेगा. फूड सिक्यूरिटी के डाटा के मुताबिक बीपीएल (करीब 80 फीसदी) की प्रीमियम राशि सरकार देगी, जबकि 20 फीसदी एपीएल लोगों को स्वयं प्रीमियम की राशि चुकानी पड़ेगी. इससे 50 हजार रुपये सेकेंडरी केयर होगा व 2 लाख रुपये टरसरी केयर किया जायेगा. इसमें कैंसर, हार्ट समेत अन्य असाध्य रोगों का इलाज होगा. इसके लिए अस्पतालों का पैनल बनाया जा रहा है.108 एंबुलेंस की सेवा जल्द. सचिव ने बताया कि सूबे में 108 डायल एंबुलेंस सेवा की जल्द शुरुआत की जायेगी. एक एंबुलेंस से एक लाख की आबादी को कवर करने का लक्ष्य रखा गया है. वर्तमान में 325 एंबुलेंस को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जायेगा. वहीं बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव की समीक्षा बैठक में एनआरएचएम के कृपानंद झा, डायरेक्टर इन चीफ प्रवीण चंद्रा, राज्य मलेरिया पदाधिकारी रमेश प्रसाद, पूर्वी सिंहभूम के सिविल सर्जन डॉ एसके झा, सरायकेला-खरसावां के सिविल सर्जन एपी सिन्हा आदि उपस्थित थे.