जमशेदपुर : बुधवार की दोपहर पोखरिया गांव के सात युवकों की गिरफ्तारी के विरोध में ग्रामीण एकजुट होकर सड़क पर उतर गये. ग्रामीण पुलिस के विरोध में नारेबाजी करने लगी. घटना को लेकर दिनभर गांव में तनाव रहा. इसे लेकर गांव के किसी घर में चूल्हा तक नहीं जला. गांव की महिलाएं पुलिस कार्रवाई के विरोध में पोखरिया स्कूल परिसर में देर रात तक जुटी रहीं. लाठी-डंडा से लैस होकर महिलाएं पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करती रहीं. आंदोलन में गांव की महिलाओं का उग्र रूप देखने को मिला.
शायद ही कोई महिला होगी, जिसके पास कोई हथियार या डंडा नहीं हो. सभी कतारबद्ध होकर स्कूल मैदान में बैठ गयी. महिलाएं अपने घर में पति और छोटे छोटे बच्चों के लिए खाना तक नहीं बनाया. सभी परिवार के बच्चे भी आंंदोलन में देखे गये. गांव की रहने वाली चंचला महतो ने बताया कि आज अगर हमलोग एकजूट होकर काम नहीं करेंगे तो आगे हमलोगों के साथ कुछ भी हो सकता है. अगर एक रात हमलोगों के घर में चुल्हा नहीं जलने से गांव में पूरी तरह से शांति रहेगी तो हमलोगों को यह मंजूर है.
गांव के लोगों को न्याय दिलाने और शांति व्यवस्था बनाये रखने में गांव की महिलाएं कोई भी कदम उठाने को पूरी तरह से तैयार है. मुक्ता महतो ने बताया कि बुधवार की दोपहर को गांव के जिन युवकों ने पुलिस जवानों को दिन में खाना बना कर खिलाया है पुलिस उन्हीं युवकों को गिरफ्तार कर ले गयी. पुलिस के इस रवैया को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. गांव के लोग अब तक पुलिस के साथ काम कर रहे थी. लेकिन पुलिस ने उन लोगों के साथ धोखा की है. पुलिस का रवैया अगर ऐसा ही रहेगा ताे वे लोग अपनी सुरक्षा खुद कर लेंगे.
मुखिया,चौकीदार का विरोध : गांव की महिलाओं ने बताया कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अब तक गांव का मुखिया हेमंत सिंह ग्रामीण का हाल चाल लेने नहीं पहुंचे. गांव के लोगों ने मांग की है कि उन लोगों को ऐसा मुखिया नहीं चाहिए,जिसे गांव के लोगों की चिंता नहीं हो. इसके अलावे गांव का चौकीदार भी हमारे बीच का बने. ताकि ग्रामीणों की बात समझ सके.
मना करने के बाद भी पुलिस ने गोली चलायी : पार्षद : बोड़ाम पार्षद स्वपन कुमार महतो ने कहा कि मना करने के बाद भी पुलिस नहीं माने अौर हवाई फाइरिंग की गयी. फायरिंग से ग्रामीण अौर भी उग्र हो गये. मामला सुलझने के बजाय अौर भी बढ़ गया.
बाेड़ाम में अल्पसंख्यकाें को सुरक्षा मिले : ऑल इंडिया माइनॉरिटी सोशल वेलफेयर फ्रंट के केंद्रीय महासचिव सह झामुमाे नेता बाबर खान के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल बाेड़ाम के पाेखरिया गांव में अल्पसंख्यक पीड़ित परिवाराें से मिलने पहुंचा. जिला प्रशासन से अग्नि प्रभावित परिवाराें काे उचित मुआवजा देने की मांग करते हुए उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने काे कहा गया है.