जमशेदपुर: आदिवासी हो समाज द्वारा सरजामदा पुरानी बस्ती में रांसा मागे पर्व मनाया गया. इसके मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा एवं विशिष्ट अतिथि सुरा बिरुली, दुगाई कुंकल एवं मनोज मेलगांडी थे. श्री कोड़ा ने कहा कि मागे पर्व हो समुदाय का सबसे बड़ा पर्व है. यह प्रकृति से जुड़ा उत्सव है. हमें अपनी भाषा-संस्कृति को बचाने के लिए बृहत स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मागे पर्व पूरे कोल्हान में एक साथ मनाना चाहिए. इससे राज्य सरकार से मागे पर्व पर छुट्टी की मांग करने में आसानी होगी. उन्होंने कहा कि सरकार मागे पर्व पर तीन दिनों की छुट्टी घोषित करे.
नृत्य मंडली पुरस्कृत : मागे पर्व पर सांस्कृतिक कार्यक्रम व खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. विजेता टीमों को पुरस्कृत भी किया गया. नृत्य मंडली में रॉबिन देवगम ग्रुप को प्रथम व सरजामदा ग्रुप को द्वितीय पुरस्कार दिया गया. अन्य प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को भी पुरस्कार दिया गया.
ये थे मौजूद
दुर्गाचरण हेंब्रम, बाबूलाल बोयपाई, मार्शल हो, रॉबिन देवगम, संजय सामद, माइकल हो, महती लेयांगी, सुकरा बरजो, पुतुल हो, शांति टोपनो, मेनका सोय, अनिता सामद, पूजा गुइया, बाहा लेयांगी, काजल मनी कुंकल, सुशील सावैयां, उपेंद्र बानरा व अन्य