गुवाहाटी शिफ्ट होने के साथ दीपा ने मां बनने के लिए कई अस्पतालों में इलाज कराया. इस क्रम में दीपा गुवाहाटी के प्रतीक्षा अस्पताल में इलाज कराने गयी. यहां चिकित्सकों ने बताया कि दीपा को इंड्रो मेट्रो सिस्ट नामक बीमारी है, वह कभी मां नहीं बन सकती. लंबे समय तक चले इलाज के क्रम में दीपा और शशि की अस्पताल के नर्सों से अच्छी पहचान हो गयी थी. अस्पताल की एक नर्स ने दीपा को बच्चा गोद लेने की सलाह दी. नर्स ने बताया कि एक गर्भवती महिला आती है जो बच्चे को अपनाना नहीं चाहती. नर्स की बात सुनने के बाद दीपा-शशि ने बच्चे गोद लेने की सोची. उसके बाद फरवरी 2013 में शशि ने 40 हजार देकर बच्चा को गोद लिया.
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दीपा-द्विज हत्याकांड: 40 हजार देकर दंपति से गोद लिया था बच्चा
जमशेदपुर : बैंक मैनेजर शशि कुमार ने गुवाहाटी के प्रतीक्षा अस्पताल में एक दंपति से द्विज को खरीदा था. इसके एवज में शशि कुमार ने 40 हजार रुपये दिये थे. वर्ष 2008 में बैंक मैनेजर शशि कुमार का तबादला गुवाहाटी के इंडियन ओवरसीज बैंक में सहायक प्रबंधक के पद पर हुआ था. उसके बाद शशि […]
जमशेदपुर : बैंक मैनेजर शशि कुमार ने गुवाहाटी के प्रतीक्षा अस्पताल में एक दंपति से द्विज को खरीदा था. इसके एवज में शशि कुमार ने 40 हजार रुपये दिये थे. वर्ष 2008 में बैंक मैनेजर शशि कुमार का तबादला गुवाहाटी के इंडियन ओवरसीज बैंक में सहायक प्रबंधक के पद पर हुआ था. उसके बाद शशि कुमार और दीपा दोनों गुवाहाटी शिफ्ट हो गये थे.
जून 2013 में बनवाया जन्म प्रमाणपत्र : बच्चा गोद लेने के बाद दीपा-शशि ने उसका नाम द्वीज रखा व चार माह बाद जून 2013 में उसका जन्म प्रमाणपत्र गुवाहाटी से बनवाया. वर्ष 2013 के अंत में शशि कुमार का तबादल इंडियन ओवरसीज बैंक, जमशेदपुर की मानगो शाखा में हो गया. तब वे लोग मानगो उलीडीह के मधुसुदन अपार्टमेंट में किराये के फ्लैट में रहने लगे थे.
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