टाटा पावर के सीइओ एवं प्रबंध निदेशक अनिल सरदाना ने कहा कि मैथन में 135 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया गया. इसमें 112 को नौकरी मिल गयी. टाटा पावर अपने कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी प्रयास के माध्यम से टीपीएसडीआइ की कई गतिविधियां संचालित करती है.
टीपीएसडीआइ के पास वर्ष 2016-17 तक ऊर्जा क्षेत्र के 2,500 कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने, जांचने, प्रमाणित करने और मान्यता देने के लिए चार प्रशिक्षण केंद्र हैं. इसमें एक केंद्र मैथन (झारखंड) और बाकी शाहबाद, ट्रॉम्बे (महाराष्ट्र) और मुंद्रा (गुजरात) हैं.