हाट गम्हरिया बस हादसे में जले लोगों की लाश डीएनए रिपोर्ट आने पर सौंपी
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दो माह बाद परिजनों को मिले पांच शव
हाट गम्हरिया बस हादसे में जले लोगों की लाश डीएनए रिपोर्ट आने पर सौंपी जमशेदपुर : 21 सितंबर को हाट गम्हरिया में हुई दो बसों की टक्कर में मृत पांच लोगों की लाश दो माह एक दिन बाद परिजनों को मिली. तमन्ना अौर मां पार्वती बस की टक्कर के बाद बस में आग लगने से […]
जमशेदपुर : 21 सितंबर को हाट गम्हरिया में हुई दो बसों की टक्कर में मृत पांच लोगों की लाश दो माह एक दिन बाद परिजनों को मिली. तमन्ना अौर मां पार्वती बस की टक्कर के बाद बस में आग लगने से पांच लोगों की लाश बुरी तरह झुलस गयी थी. पांचों मृतकों की डीएनए जांच करायी गयी, जिसके बाद मंगलवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज स्थित पोस्टमार्टम हाउस से पांचों लाशों को परिजनों को सौंप दिया गया. हाट गम्हरिया दुर्घटना में तमन्ना बस के चालक शैलेंद्र गगराई उर्फ जगू, सीनी पिंगुवा, उर्मिला सिंकू, उर्मिला की छह माह की बेटी नीलम अौर मां पार्वती बस के चालक रामचंद्र शर्मा की लाश बुरी तरह झुलस गयी थी,
जिसके कारण पांचों की पहचान नहीं हो पा रही थी. लाश की पहचान के लिए पुलिस ने डीएनए जांच कराने का फैसला लिया था, जिसके बाद परिवार के सदस्य के खून का नमूना लेकर लेबोरेटरी में जांच करायी गयी. डीएनए जांच की रिपोर्ट आने पर हाट गम्हरिया थाना प्रभारी द्वारा पांचों मृतकों के परिजनों को सूचित किया कि वे मंगलवार को पोस्टमार्टम हाउस से शव प्राप्त कर लें. शव दिलाने के लिए हाट गम्हरिया थाना प्रभारी भी आये हुए थे. सभी पांचों शवों को परिजनों को सौंप दिया गया.
मुहर के कारण श्मशान घाट में आधे घंटे रखी रही लाश बस दुर्घटना में मृत मां पार्वती बस के चालक छाया नगर भुइयांडीह निवासी राम चंद्र शर्मा के शव को परिवार वाले पोस्टमार्टम हाउस से प्राप्त कर अंतिम संस्कार के लिए भुइयांडीह बर्निंग घाट लेकर आये. हाट गम्हरिया थाना द्वारा अंतिम संस्कार के लिए दिये गये कागजात में थाना की मुहर नहीं थी, जिसके कारण बर्निंग घाट में उसे मानने से इनकार कर दिया गया अौर अंतिम संस्कार रूक गया. परिजन परेशान थे कि हाट गम्हरिया जाकर कैसे थाना की मुहर लेकर आयें.
इसकी जानकारी वरीय पदाधिकारियों को दी गयी, जिसके बाद सीतारामडेरा थाना की पुलिस ने घाट में आकर मुहर लगाया अौर अंतिम संस्कार की मंजूरी मिली.
घर में अर्थी भी थी तैयार, लेकिन लाश नहीं मिली : धीरज शर्मा. बस दुर्घटना में भुइयांडीह छाया नगर निवासी व मां पार्वती बस के चालक रामचंद्र शर्मा की मौत हुई थी अौर लाश झुलस गयी थी. बेटा धीरज शर्मा, सूरज, पिता नारायण शर्मा, रिश्तेदार पिंटू, मिथलेश, शुभम समेत अन्य शव लेने एमजीएम कॉलेज आये थे. धीरज शर्मा ने बताया कि लाश झुलसने के कारण इतने दिनों तक नहीं मिली थी. पिछले शनिवार को डीएनए रिपोर्ट आने की सूचना मिली थी, जिसके बाद उन लोगों ने पिछले गुरुवार को पश्चिम सिंहभूम के उपायुक्त से भेंट कर शव देने का आग्रह किया था. इसके बाद हाट गम्हरिया थाना द्वारा लाश लेने के लिए बुलाया गया.
परिवार वालों ने बताया कि राम चंद्र शर्मा की मौत की जानकारी मिलने पर अंतिम संस्कार के लिए घर में अर्थी बना कर रख लिए थे, लेकिन लाश नहीं मिली. अंतिम संस्कार नहीं होने के कारण घर में चूल्हा नहीं जल रहा. शुरू में पड़ोसियों से मिलने वाले खाना के भरोसे रहे, लेकिन समय लंबा लगने के कारण रिश्तेदार के घर से खाना मिलता था, जिस पर पूरा परिवार गुजारा कर रहा था.
हाट गम्हरिया में जले युवकों का शव लेने पहुंचे परिवार के लोग.
कल मां का अंतिम संस्कार करेंगे : सुमन
मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के तांबे गांव की रहने वाली सुमन पिंगुवा ने बताया कि 21 सितंबर को बस दुर्घटना में उसकी मां 55 वर्षीय सीनी पिंगुवा की मौत हो गयी थी अौर लाश झुलस गयी थी, जिसके कारण इतने दिनों तक शव नहीं मिला. पुलिस ने उसका डीएनए जांच के लिए सैंपल लिया था. हाट गम्हरिया थाना से सूचित किया गया कि डीएनए रिपोर्ट मिल गयी है अौर जाकर लाश ले लें. लाश लेकर वह मझगांव के परसा स्थित गांव जायेगी, जहां कल रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार किया जायेगा. इतने दिनों से घर में चूल्हा नहीं जल रहा था. संस्कार करने के सात दिनों बाद चूल्हा जलेगा.
दो माह तक गांव वालों से मिल रहे भोजन के भरोसे रहे : गुरुचरण
शैलेंद्र गगराई के पिता गुरुचरण गगराई एवं मां गीता गगराई ने बताया कि उनका छह बेटे में सबसे बड़े बेटा शैलेंद्र तमन्ना बस का चालक था. दुर्घटना में उसकी मौत हुई थी अौर लाश जल गयी थी, जिसके कारण लाश नहीं मिली. पिछले दो माह से उनका परिवार गांव के पड़ोसियों से मदद से मिल रहे बिना हल्दी का खाना खाकर रह रहे हैं. अब लाश मिली है, इसका अंतिम संस्कार करने के सात दिनों बाद घर का चूल्हा जलेगा.
पत्नी-बेटी की मौत हुई थी: पांडू पिंगुवा
हाट गम्हरिया के नरदा निवासी पांडू पिंगुवा ने बताया कि दुर्घटना में उसकी पत्नी उर्मिला अौर छह माह की बेटी नीलम की मौत हो गयी थी अौर लाश झुलस गयी थी, जिसके कारण पहचान नहीं हो पा रहा था. चार साल की बेटी लक्ष्मी का डीएनए जांच के लिए नमूना लिया गया अौर डीएनए रिपोर्ट आने के बाद शव मिला. इतने दिनों तक घर में चूल्हा नहीं जला.
चारों घरों में दो माह एक दिन से नहीं जला है चूल्हा
हाट गम्हरिया दुर्घटना में मृत तमन्ना बस के चालक शैलेंद्र गगराई, 55 वर्षीय सीनी पिंगुवा, उर्मिला सिंकू, उर्मिला की छह माह की बेटी नीलम, मां पार्वती बस के चालक 46 वर्षीय राम चंद्र शर्मा के घर में दो माह एक दिन से चूल्हा नहीं जल रहा है. कोई पड़ोसियों के खाना के भरोसे था, तो कोई रिश्तेदार के घर से मिलने वाले बिना हल्दी के खाना खा रहा था. पांचों के परिवार वालों ने बताया कि इतने दिनों से लाश मिलने के इंतजार में थे. लाश मिलने के बाद रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार करेंगे अौर पूरे संस्कार पूरा होने के बाद घर में चूल्हा जलेगा.
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